27 साल पहले भेजा एक मैसेज, और लिख दी प्यार की नई दास्तान, लैला-मजनू भी इनके आगे कुछ नहीं

प्रेम की डगर पर कदम रखने के लिए कभी-कभी किस्मत भी अजीब खेल खेलती है। ऐसी ही एक अनूठी प्रेम गाथा है डोनोवन और किर्स्टी की, जिसकी शुरुआत एक सामान्य से टेक्स्ट मैसेज से हुई और जो आज एक अद्भुत प्रेम कहानी में तब्दील हो चुकी है।
वर्ष 1998 का वो खूबसूरत समय, जब मोबाइल फोन नई-नई क्रांति ला रहे थे। अठारह वर्षीय डोनोवन शियर्स को उनके पिता ने जन्मदिन पर एक मोबाइल फोन भेंट किया। युवा जोश में डोनोवन ने एक अनजान नंबर पर 'हैलो' लिखकर भेज दिया, नहीं जानते थे कि यह एक मैसेज उनकी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण संदेश बन जाएगा।
सौ मील की दूरी पर रहने वाली किर्स्टी के पास जब यह संदेश पहुंचा, तो उन्होंने भी एक साधारण सा 'हाय' लिख दिया। दो अजनबियों के बीच शुरू हुई यह वार्तालाप धीरे-धीरे गहरी दोस्ती में बदलने लगी। टेक्स्ट मैसेज से शुरू हुई बातचीत फोन कॉल्स में बदली, और फिर दिल की बात होने लगी।
छह महीने तक चली इस वर्चुअल मुलाकात के बाद दोनों ने एक-दूसरे से मिलने का फैसला किया। किर्स्टी की बहन के विरोध के बावजूद, कोवेंट्री रेलवे स्टेशन पर दोनों की पहली मुलाकात हुई। यह मुलाकात इतनी यादगार रही कि दोनों ने उसी दिन पहली डेट पर जाने का फैसला कर लिया।
बारमैन के रूप में काम करने वाले डोनोवन ने कभी नहीं सोचा था कि उनके द्वारा चुने गए रैंडम नंबर 07775 उनकी जिंदगी का सबसे खास नंबर बन जाएगा। चार साल की प्रेम कहानी के बाद दोनों ने विवाह बंधन में बंधने का निर्णय लिया। आज उनके दो प्यारे बच्चे हैं - नौ वर्षीय स्टर्लिंग और छह वर्षीय अलोरा।
इस वर्ष के वेलेंटाइन डे पर यह प्रेमी जोड़ा अपनी शादी की याद को एक बार फिर ताजा करने जा रहा है। इस बार की शादी में उनके बच्चे भी विशेष भूमिका निभाएंगे। हजारों लोगों की मौजूदगी में होने वाला यह समारोह न केवल उनके प्यार की गवाही देगा, बल्कि आधुनिक युग में भी सच्चे प्रेम की संभावना को दर्शाएगा।
बीते 27 वर्षों में टेक्नोलॉजी ने कई करवटें बदली हैं, लेकिन डोनोवन और किर्स्टी का प्यार वैसा ही ताजा है जैसा पहले दिन था। उनकी कहानी साबित करती है कि प्यार किसी भी माध्यम से जन्म ले सकता है, बस दिल में सच्चाई होनी चाहिए। आज के डिजिटल युग में जहां रिश्ते क्षणभंगुर होते जा रहे हैं, वहीं डोनोवन और किर्स्टी की प्रेम कहानी एक मिसाल बनकर खड़ी है।