भारत में ये लोग भरते हैं सबसे ज्यादा टैक्स, नाम जानकर खुली रह जाएंगी आपकी आंखें

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. Trending

भारत में ये लोग भरते हैं सबसे ज्यादा टैक्स, नाम जानकर खुली रह जाएंगी आपकी आंखें

pic


हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा बजट 2023 पेश किया गया है। इस बजट में सरकार द्वारा इनकम टैक्स स्लैब दरों में बढ़ोतरी की गई है। इससे लोगों को काफी राहत मिलने वाली है।

वहीं, बजट 2023 के भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया था कि अब नए टैक्स स्लैब में 7 लाख रुपये सालाना की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होगा. हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत में सबसे ज्यादा टैक्स कौन भर रहा है?

टैक्स

भारत में कई बड़ी कंपनियां कारोबार कर रही हैं। इनमें से कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं, जिनका कारोबार देश-विदेश में व्यापक रूप से फैला हुआ है। वहीं आज हम आपको ऐसी कंपनियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो भारत में सबसे ज्यादा टैक्स फाइल करती हैं। आइए जानते हैं उन कंपनियों के बारे में जो भारत में सबसे ज्यादा टैक्स चुका रही हैं।

टैक्सपेयर्स

ऐस इक्विटी पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक आज हम आपको वित्त वर्ष 2022 (FY22) में भारत के टॉप 15 टैक्सपेयर्स के बारे में बताने जा रहे हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि FY2022 में, 15 सूचीबद्ध कंपनियां हैं जिन्होंने कम से कम 5,000 करोड़ रुपये का कर चुकाया है, जबकि कुल 60 कंपनियां थीं जिन्होंने कम से कम 1,000 करोड़ रुपये का कर चुकाया।

रिलायंस

वित्त वर्ष 2022 के आंकड़ों के मुताबिक अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस ने सबसे अधिक करदाताओं में 16,297 करोड़ रुपये जमा किए। एसबीआई ने 13,382 करोड़ रुपए का टैक्स चुकाया है।

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने 13,238 करोड़ रुपए का टैक्स चुकाया है। इसके अलावा चौथे स्थान पर एचडीएफसी बैंक है। एचडीएफसी बैंक ने 12,722 करोड़ टैक्स जमा किया था। जबकि वेदांता ने 9,255 करोड़ रुपए का टैक्स चुकाया है।

टाटा स्टील

जेएसडब्ल्यू स्टील ने 8,807 रुपये का टैक्स चुकाया है। सातवें नंबर पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन शामिल है, कंपनी की तरफ से 8,562 करोड़ रुपए का टैक्स चुकाया गया है। इसके बाद टाटा स्टील का नाम है।

टाटा स्टील ने 8,478 करोड़ रुपए का टैक्स चुकाया। वहीं, आईसीआईसीआई बैंक ने टैक्स के रूप में 8,457 करोड़ रुपये चुकाए। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) दसवें स्थान पर है। एलआईसी ने 8,013 करोड़ रुपए का टैक्स चुकाया था।