पेट्रोल पंप पर चुपके से हो जाता है ये धोखा, पब्लिक को खबर ही नहीं!

पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच, एक और चिंता का विषय है जो आम जनता के लिए परेशानी का सबब बन रहा है - पेट्रोल पंपों पर होने वाली धोखाधड़ी। हर रोज लाखों लोग अपने वाहनों में ईंधन भरवाते हैं, लेकिन क्या वे जानते हैं कि उनके साथ धोखा हो रहा है? यह एक ऐसा सच है जो अक्सर छिपा रहता है, लेकिन इसका असर हर ग्राहक की जेब पर पड़ता है।
मीटर में हेराफेरी: सबसे आम तरीका
पेट्रोल पंप पर सबसे आम धोखाधड़ी मीटर में हेराफेरी के माध्यम से होती है। कई बार, जब आप तेल भरवाने जाते हैं, तो मीटर पहले से ही कुछ अंकों पर चल रहा होता है। इसलिए, हमेशा ध्यान रखें कि तेल भरवाने से पहले मीटर शून्य पर हो। अगर ऐसा नहीं है, तो तुरंत अटेंडेंट से इसे ठीक करने को कहें।
क्वालिटी में समझौता: स्वाद बदला, चाल नहीं
कई पेट्रोल पंप मालिक ईंधन की गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ करते हैं। वे सस्ते विकल्पों या मिलावटी ईंधन का इस्तेमाल करते हैं, जिससे आपकी गाड़ी का प्रदर्शन प्रभावित होता है और लंबे समय में इंजन को नुकसान पहुंचता है। अगर आपको लगता है कि आपकी गाड़ी का माइलेज अचानक कम हो गया है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि आपको घटिया क्वालिटी का ईंधन मिला है।
नोजल में छेड़छाड़: छोटी सी चाल, बड़ा नुकसान
कुछ बेईमान पेट्रोल पंप कर्मचारी नोजल में छेड़छाड़ करके कम ईंधन देते हैं। वे नोजल में एक छोटा सा उपकरण लगा देते हैं जो मीटर को तो सही दिखाता है, लेकिन वास्तव में कम ईंधन निकलता है। इससे बचने के लिए, हमेशा ध्यान दें कि नोजल पर कोई अतिरिक्त उपकरण तो नहीं लगा है।
फुल टैंक स्कैम: जब आधा टैंक बनता है पूरा
एक और चालाकी है "फुल टैंक स्कैम"। जब आप पूरा टैंक भरवाने को कहते हैं, तो कर्मचारी जल्दी से पंप रोक देता है और कहता है कि टैंक भर गया है। वास्तव में, टैंक आधा ही भरा होता है। इससे बचने के लिए, अपने वाहन की टैंक क्षमता जानें और ध्यान दें कि कितना ईंधन भरा गया है।
गणित का खेल: जब आंकड़े धोखा देते हैं
कुछ पेट्रोल पंप ऐसे प्रोग्राम किए गए मीटर इस्तेमाल करते हैं जो गलत गणना करते हैं। वे थोड़ा सा अधिक पैसा चार्ज करते हैं, जो एक बार में नजर नहीं आता, लेकिन लंबे समय में बड़ी रकम बन जाता है। इससे बचने के लिए, हमेशा रसीद लें और गणना की जांच करें।
सावधानी ही बचाव है: क्या करें, क्या न करें
पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ सरल उपाय अपनाए जा सकते हैं। हमेशा भरोसेमंद पेट्रोल पंप चुनें। तेल भरवाने से पहले मीटर को शून्य करवाएं। रसीद जरूर लें और उसकी जांच करें। अगर संदेह हो, तो मात्रा की जांच के लिए प्रमाणित कैन का इस्तेमाल करने को कहें। ये कैन हर पेट्रोल पंप पर उपलब्ध होते हैं।
शिकायत का अधिकार: आवाज उठाएं
अगर आपको लगता है कि आपके साथ धोखाधड़ी हुई है, तो चुप न रहें। हर तेल कंपनी का एक शिकायत नंबर होता है। उदाहरण के लिए, इंडियन ऑयल के लिए 1800-22-4344 पर कॉल कर सकते हैं। आप पेट्रोल पंप के मैनेजर से भी शिकायत कर सकते हैं। याद रखें, आपकी सतर्कता न केवल आपको बचाएगी, बल्कि दूसरों को भी इस तरह की धोखाधड़ी से बचने में मदद करेगी।