दिल्ली के एक शादी समारोह में हुई घटना ने सोशल मीडिया को हिलाकर रख दिया है। यहां दूल्हे की मस्ती और दुल्हन के पिता के अहं के बीच टकराव ने शादी के मंडप को विवाद के मैदान में बदल दिया। 16 जनवरी को हुई इस घटना में दूल्हे ने बारात में बॉलीवुड के मशहूर गाने 'चोली के पीछे क्या है' पर डांस किया, जिसे दुल्हन के पिता ने अपमानजनक मानते हुए शादी रद्द कर दी। यह वाकया न सिर्फ परिवारों के बीच तनाव की कहानी है, बल्कि संस्कार और आधुनिकता के टकराव का प्रतीक बन गया है।
वो शाम जब मस्ती बन गई मुसीबत
शादी का माहौल गर्मजोशी से भरा हुआ था। दूल्हा अपने दोस्तों और बारातियों के साथ वेन्यू पर पहुंचा। मौका था बारात की रस्मों का। दोस्तों के जोश में दूल्हे ने गाने की थाप पर डांस करना शुरू कर दिया। जैसे ही 'चोली के पीछे क्या है' की धुन बजी, दूल्हे ने हाव-भाव के साथ परफॉर्मेंस देनी शुरू की। कुछ मेहमानों ने तालियां बजाईं, लेकिन दुल्हन के पिता का चेहरा गंभीर हो गया। उन्होंने तुरंत डीजे को रोकते हुए कहा, "यह कैसा नाच है? हमारे परिवार की मर्यादा का मजाक बनाया जा रहा है!" पिता का गुस्सा और शादी का अंत
दुल्हन के पिता ने न केवल डांस रुकवाया, बल्कि शादी रद्द करने का ऐलान कर दिया। उनका कहना था कि "लड़के ने सार्वजनिक रूप से अश्लीलता दिखाई है। ऐसे व्यक्ति के साथ मैं अपनी बेटी का हाथ नहीं सूट कर सकता।" इस फैसले से पूरा माहौल स्तब्ध हो गया। दूल्हा अपने ससुर को समझाने की कोशिश करने लगा, "यह सब मस्ती के लिए था, कोई बुरा इरादा नहीं था!" लेकिन पिता अपने फैसले पर अटल रहे। दुल्हन इस दृश्य को देखकर सिसकियां भरने लगी, जबकि मेहमान हैरानी से एक-दूसरे का मुंह ताकते रह गए। सोशल मीडिया पर तूफान: किसने क्या कहा?
घटना का वीडियो वायरल होते ही नेटिजन्स दो खेमों में बंट गए। कुछ लोगों ने दुल्हन के पिता के फैसले की तारीफ करते हुए लिखा, "सही फैसला! शादी में शालीनता जरूरी है।" वहीं, दूसरी ओर युवाओं ने दूल्हे का पक्ष लेते हुए कमेंट किया, "यह तो बस मनोरंजन था, इतना सेंसिटिव क्यों हो रहे हैं?" एक यूजर ने मजाकिया अंदाज में लिखा, "अब तो दूल्हा 'चोली के पीछे' वाला डांस अपनी अगली शादी में करेगा!" पुरानी यादें ताजा: ऐसे ही विवादों का इतिहास
यह पहली बार नहीं है जब शादी में डांस ने विवाद खड़ा किया हो। पिछले साल दिसंबर में उत्तर प्रदेश के चंदौली में एक दूल्हे ने खाने में देरी होने पर शादी रद्द कर दी थी और उसी दिन अपनी कजिन से विवाह रचा लिया था। इसी तरह, 2023 में राजस्थान में एक दूल्हे ने दुल्हन के परिवार वालों को 'लो-क्लास' बताकर शादी छोड़ दी थी। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामले समाज में बदलती मानसिकता और पारंपरिक मूल्यों के बीच बढ़ते अंतर को दर्शाते हैं। समाजशास्त्री डॉ. प्रीति शर्मा कहती हैं, "आज की पीढ़ी ग्लोबल कल्चर से प्रभावित है, जबकि बुजुर्ग परंपराओं को तरजीह देते हैं। ऐसे टकराव अब आम हो गए हैं।" वहीं, मनोवैज्ञानिक डॉ. राजीव मिश्रा का कहना है, "शादी जैसे नाजुक मौके पर दोनों पक्षों को संवेदनशील होना चाहिए। मनोरंजन और मर्यादा के बीच संतुलन जरूरी है।"
यह घटना न सिर्फ एक परिवार की कहानी है, बल्कि उस सामाजिक बदलाव का प्रतीक है जहां युवा और बुजुर्गों के बीच टकराव बढ़ रहा है। आज जहां शादियां सोशल मीडिया की चकाचौंध बनती जा रही हैं, वहीं कुछ परिवार अब भी रीति-रिवाजों की कसौटी पर इन्हें कसते हैं। फिलहाल, इस दूल्हे के लिए यह डांस जिंदगी भर का सबक बन गया है—कभी-कभी मस्ती भी महंगी पड़ सकती है! यह किस्सा हमें यह सिखाता है कि शादी सिर्फ दो लोगों का मिलन नहीं, बल्कि दो संस्कृतियों का समन्वय है। जहां एक ओर नई पीढ़ी को परंपराओं का सम्मान करना चाहिए, वहीं बुजुर्गों को भी थोड़ी उदारता दिखानी होगी। आखिरकार, प्यार और समझदारी ही हर विवाद का हल है!