ऑपरेशन सिंदूर की नायिका सोफिया कुरैशी कौन हैं? जानें सैलरी का राज!

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ऑपरेशन सिंदूर की नायिका सोफिया कुरैशी कौन हैं? जानें सैलरी का राज!

Sophia Qureshi

Photo Credit: Social Media


Colonel Sophia Qureshi: 6 अप्रैल 2025 को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए। यह कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। इस ऑपरेशन की जानकारी देने वाली भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी आज हर भारतीय के लिए प्रेरणा का प्रतीक बन गई हैं। आइए, जानते हैं कि सोफिया कुरैशी कौन हैं, उनकी उपलब्धियां क्या हैं, और उन्हें कितनी सैलरी मिलती है।

कर्नल सोफिया कुरैशी: एक साहसी सैन्य अधिकारी

कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना के सिग्नल कोर की एक सम्मानित अधिकारी हैं। गुजरात के वडोदरा से ताल्लुक रखने वाली सोफिया ने बायोकेमिस्ट्री में पोस्टग्रेजुएशन किया है। मात्र 17 साल की उम्र में 1999 में वह भारतीय सेना में शामिल हुईं और चेन्नई की ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से प्रशिक्षण लिया। उनके दादाजी भी भारतीय सेना में थे, और उनके पति मेजर ताजुद्दीन कुरैशी मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री में सेवारत हैं। सोफिया का परिवार सैन्य मूल्यों से गहराई से जुड़ा है, और उनकी बेटी जारा भी सेना में जाने की इच्छा रखती है। सोफिया की प्रेरक कहानी नारी शक्ति और देशभक्ति का जीता-जागता उदाहरण है।

Sophia Qureshi

ऑपरेशन सिंदूर में सोफिया की भूमिका

ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने आतंकी संगठनों जैसे जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन की जानकारी देने के लिए सोफिया कुरैशी ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि यह हमला रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच 25 मिनट में पूरा हुआ, जिसमें बहावलपुर, मुरिदके और बालाकोट जैसे आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। उनकी शांत और आत्मविश्वास भरी प्रस्तुति ने न केवल ऑपरेशन की सफलता को उजागर किया, बल्कि महिलाओं की सैन्य नेतृत्व में बढ़ती भूमिका को भी रेखांकित किया।

सोफिया की उपलब्धियां: नारी शक्ति का प्रतीक

सोफिया कुरैशी ने 2016 में इतिहास रचा, जब वह ‘फोर्स 18’ नामक बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं। पुणे में आयोजित इस अभ्यास में 18 देशों ने हिस्सा लिया, और सोफिया एकमात्र महिला कमांडर थीं। उन्होंने 2006 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भी हिस्सा लिया, जहां उन्होंने युद्धविराम की निगरानी और मानवीय कार्यों में योगदान दिया। इसके अलावा, ऑपरेशन पराक्रम और पूर्वोत्तर भारत में बाढ़ राहत कार्यों में उनकी भूमिका को सिग्नल ऑफिसर-इन-चीफ कमेंडेशन कार्ड से सम्मानित किया गया। उनकी ये उपलब्धियां युवाओं, खासकर महिलाओं, के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।

कर्नल सोफिया कुरैशी की सैलरी और सुविधाएं

कर्नल रैंक की भारतीय सेना की एक अधिकारी के रूप में, सोफिया कुरैशी को 7वें वेतन आयोग के अनुसार वेतन मिलता है। एक कर्नल का मूल वेतन लगभग 1,30,600 रुपये प्रति माह है, जिसमें महंगाई भत्ता, सैन्य सेवा भत्ता, और अन्य भत्ते जैसे आवास, यात्रा, और चिकित्सा सुविधाएं शामिल होती हैं। कुल मिलाकर, उनकी मासिक आय 2 लाख रुपये से अधिक हो सकती है, जो उनके अनुभव और पोस्टिंग के आधार पर बदल सकती है। इसके अलावा, भारतीय सेना के अधिकारियों को पेंशन, बीमा, और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी मिलता है। यह वेतन न केवल उनकी मेहनत का प्रतिफल है, बल्कि उनकी देश सेवा के प्रति समर्पण का सम्मान भी है।