असुविधा में ही सफलता है : आनंदीबेन पटेल
-राज्यपाल ने नेशनल इण्टर कॉलेज, लखनऊ का निरीक्षण किया
लखनऊ। राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने सोमवार को यहाँ हजरतगंज स्थित नेशनल इण्टर कॉलेज, लखनऊ का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान राज्यपाल ने स्कूल की कक्षाओं, सभागार, शिक्षक हेतु स्टाफ रूम, लैब स्टोर रूम का अवलोकन किया। वहीं दूसरी तरफ राजभवन में उन्होंने जी.डी. गोयनका पब्लिक स्कूल, कानपुर के 35 बच्चों ने भेंट की। इस अवसर पर बच्चों के भावी जीवन के लिए मूल मंत्र देते हुए कहा कि असुविधा में ही सफलता है, क्योंकि सफलता रूपी सरिता संघर्षरूपी हिमालय से ही निकलती है।
इसके अतिरिक्त राज्यपाल ने देश के भावी कर्णधारों को पर्यावरण संरक्षण के लिए आरंभ से ही जागरूक व सजग रहने के लिए भी प्रेरित किया और ऐसे महत्वपूर्ण विषयों को नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने का सुझाव दिया।
नेशनल इंटर कालेज में निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों से बात करते हुए राज्यपाल ने उन्हें प्रतिदिन विद्यालय आने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कक्षा से अनुपस्थित छात्र को स्वयं फोन पर बात कर अनुपस्थित रहने का कारण पूछा और स्कूल में उपस्थित होने के लिए कहा। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जिस दिन वे अनुपस्थित रहेंगे, उस दिन का पढ़ाया गया पाठ उनके शिक्षण से छूट जायेगा और छूटे हुए पाठ की शिक्षा के लिए अन्यत्र व्यवस्था विद्यार्थियों के पास सुलभ नहीं है।
शिक्षकों हेतु बने स्टाफ रूम का निरीक्षण करते हुए राज्यपाल ने अव्यवस्था पर अप्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने निर्देश दिया कि स्टाफ रूम में एक फस्ट-एड-बॉक्स की व्यवस्था रखी जाए, जिससे आवश्यकता होने पर विद्यार्थियों तथा शिक्षकों को आकस्मिक उपचार सहायता प्रदान की जा सके। उन्होंने कला शिक्षिका से कार्य की जानकारी लेते हुए स्टाफ रूम में रखे कला-पटों, पेन्टिंग आदि को स्कूल की दीवारों पर प्रदर्शित करने का निर्देश दिया। राज्यपाल ने विद्यालय के सभागार में धूल से भरी बेंचों पर भी अप्रसन्नता जाहिर करते हुए विद्यालय परिसर को साफ-सुथरा रखने को कहा। उन्होंने कहा कि विद्यालय परिसर को सुन्दर रखने में विद्यार्थियों की प्रतिभागिता भी रखी जाए।
राज्यपाल ने निरीक्षण के दौरान स्टोर रूम में रखे कबाड़ को देखकर रोष व्यक्त किया और कबाड़ का निस्तारण कराकर सुव्यवस्थित करने का निर्देश दिया। उन्होंने विद्यालय की सभी लैब और उनमें उपलब्ध संसाधनों को भी देखा। राज्यपाल ने लैब निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों से प्रयोगों की जानकारी ली। वहीं कक्षा सात के विद्यार्थियों से उनके ड्राइंग कार्य के बारे में पूछा। छोटे बच्चों के बेहतरीन कला कार्य को देखकर राज्यपाल ने प्रधानाचार्य से प्रतिभाशाली छात्रों को प्रतिभा-प्रदर्शन के बेहतरीन अवसरों से जोड़ने को कहा।
राज्यपाल के निरीक्षण के दौरान जनपद लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, विद्यालय के प्रधानाचार्य रामचंद्र, जिला विद्यालय निरीक्षक, लखनऊ राकेश कुमार, विद्यालय के शिक्षक तथा अन्य अधिकारीगण व कर्मचारीगण उपस्थित थे।