कमरा बुक करते ही युवक-युवती ने पार की सारी सीमाएं, स्टाफ ने दरवाजा खोला तो सब सन्न

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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कमरा बुक करते ही युवक-युवती ने पार की सारी सीमाएं, स्टाफ ने दरवाजा खोला तो सब सन्न

Varanasi

Photo Credit: Social Media


वाराणसी, उत्तर प्रदेश का एक शांत और पवित्र शहर, हाल ही में एक सनसनीखेज घटना से दहल उठा। मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के रूपापुर में, कलकत्ता-दिल्ली नेशनल हाइवे के किनारे बने होटल विधान बसेरा में 2 जुलाई 2025 की शाम एक ऐसी घटना घटी, जिसने सबको स्तब्ध कर दिया। होटल के एक कमरे में 22 वर्षीय अलका बिंद का शव कंबल में लिपटा हुआ मिला। यह घटना न केवल एक हत्या की गुत्थी है, बल्कि प्रेम, विश्वासघात और सामाजिक दबावों की एक दर्दनाक कहानी भी बयां करती है।

प्रेम की शुरुआत और दुखद अंत

अलका बिंद, मेंहदीगंज की रहने वाली एक होनहार एमएससी छात्रा और नर्सरी संचालक चंद्रशेखर बिंद की बेटी थी। उसकी मुलाकात साहब बिंद नाम के एक युवक से 2024 में एक शादी समारोह के दौरान हुई थी। दोनों की बातचीत मोबाइल नंबरों के आदान-प्रदान के साथ शुरू हुई और धीरे-धीरे प्रेम में बदल गई। साहब, जो सूरत की एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करता था, नवरात्रि और होली जैसे त्योहारों पर अलका से मिलने वाराणसी आता था। दोनों होटल विधान बसेरा में अक्सर मिलते थे, लेकिन उनकी यह मुलाकातें रजिस्टर में दर्ज नहीं होती थीं, क्योंकि होटल स्टाफ उनकी जान-पहचान का था।

हत्या का खुलासा और चौंकाने वाली सच्चाई

2 जुलाई की शाम, जब होटल कर्मचारी कमरे की सफाई के लिए पहुंचा, तो उसे बेड पर अलका का शव दिखा। उसकी चीख ने होटल में हड़कंप मचा दिया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और सीसीटीवी फुटेज की मदद से मात्र 27 घंटों में साहब बिंद को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में साहब ने अपना गुनाह कबूल किया और हत्या की वजह बताई। उसने कहा, "अलका मुझ पर शादी का दबाव डाल रही थी। वह बार-बार पैसे मांगती थी, और मैं पैसे देते-देते थक गया था।" साहब ने यह भी बताया कि वह गुजरात वापस जाना चाहता था, लेकिन पुलिस की नाकाबंदी के कारण भाग नहीं सका।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

वाराणसी पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाई। एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद साहब को गिरफ्तार किया गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। डीसीपी आकाश पटेल और एसडीएम राजातालाब ने भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल का दौरा किया। अलका की हत्या के बाद उसके परिजनों ने गुरुवार सुबह नेशनल हाइवे जाम कर दिया, जिसे पुलिस ने समझा-बुझाकर शांत किया।