बांदा डीएम हर दिल अजीज बने, समीक्षा बैठक में ली अधिकारियों की क्लास

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बांदा डीएम हर दिल अजीज बने, समीक्षा बैठक में ली अधिकारियों की क्लास

बांदा डीएम हर दिल अजीज बने, समीक्षा बैठक में ली अधिकारियों की क्लास


विनोद मिश्रा
बांदा।
जिले के प्रशासनिक हीरो और अपनी कार्य प्रणाली से हर दिल अजीज से बन गये डीएम आनंद कुमार सिंह जिले में पिछड़े पन का दाग मिटाने के लिये कृत संकल्पित हैं। विकास के लिये हर क्षेत्र में उनकी पैनी दृष्टि हैं ताकि शासन की योजनाएं धरातल पर साकार रूप लें सके।
इन्हीं परिकल्पनाओं को पूरा करनें के लिये कल उन्होनें कई विभागों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इसमे कृषि की ओर ध्यान देते हुये उन्होनें नहरों की सफाई का काम 30 नवंबर तक पूरा करने और नि:शुल्क बोरिंग के लिए बजट आवंटन के लिये मांगपत्र शासन को भेजने के निर्देश दिए। बैठक से अनुपस्थित सेतु निगम के अपर परियोजना प्रबंधक और जिला विद्यालय निरीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा।


मंगलवार को शाम कलक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में डीएम अपने सख्त लहजे में ही दिख रहे थे।पीडब्ल्यूडी अभियंताओं को निर्देश दिए कि निर्माणाधीन सड़कों की पेंटिंग के लिए यह समय उपयुक्त है। इसे शीघ्रता से कराएं। कृषि उप निदेशक से कहा कि किसान सम्मान निधि के लिए खाते और आधार कार्ड से मैच कराने को बड़े गांवों को पहले चयनित करके यह काम पूरा कराया जाएक्योकिं इस योजना में लाभ से अब तक बहुत किसानों के वंचित होने की शिकायतें हैं। कृषि अधिकारी को निर्देश दिए कि एसडीएम से वार्ता कर पराली की घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई करें। फसल बीमा के कामों में तेजी लाई जाये और बीमा की रसीद भी किसानों को उपलब्धअनिवार्य रूप से कराये। निराश्रित गोवंशों की व्यवस्थाएं शीघ्र पूरी हों। सैम बच्चों के परिवारों को गोवंश उपलब्ध कराने की प्रगति सुस्त होने पर डीएम काफीनाराज दिखे।जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया कि इसमें तेजी लाएं। गोवंश की स्वाभाविक मौत पर शव का निस्तारण तत्काल सुनिश्चित हो। सामुदायिक शौचालयों और पंचायत भवनों के निर्माण का काम 15 दिसंबर तक पूरा कराएं। डीएम ने जल निगम, डूडा, आपूर्ति, समाज कल्याण विभागों सहित कन्या सुमंगला, पोषण मिशन, दुग्ध विकास आदि योजनाओं की भी समीक्षा में अधिकारियों की ढिलाई पर पेंच कसे।