कपड़े पकड़कर खींची गई ‘चाय वाली’ युवती, पुलिस के खिलाफ दर्ज हुआ केस!

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कपड़े पकड़कर खींची गई ‘चाय वाली’ युवती, पुलिस के खिलाफ दर्ज हुआ केस!

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Photo Credit: Social Media


लखनऊ की सड़कों पर चाय की चुस्कियों के साथ अपनी अलग पहचान बनाने वाली सिमरन गुप्ता, जिन्हें लोग प्यार से 'मॉडल चाय वाली' कहते हैं, आजकल सुर्खियों में हैं। लेकिन इस बार वजह उनकी चाय की खुशबू नहीं, बल्कि एक वायरल वीडियो है, जिसमें पुलिस की कथित बदसलूकी ने सबका ध्यान खींचा है। यह घटना न केवल लखनऊ की गलियों में चर्चा का विषय बनी है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी तूफान ला रही है। आइए, इस पूरे मामले को समझते हैं और जानते हैं कि आखिर क्या हुआ और इसके बाद क्या कार्रवाई हुई।

क्या है पूरा मामला?

लखनऊ की राम-राम बैंक पुलिस चौकी के पास सिमरन गुप्ता का चाय का स्टॉल है, जो देर रात तक युवाओं और राहगीरों के लिए खुला रहता है। रविवार की रात को सिमरन अपने स्टॉल पर चाय बेच रही थीं, जब पुलिस ने कथित तौर पर नियमों का हवाला देते हुए उनके साथ बदसलूकी की। एक वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक महिला पुलिसकर्मी सिमरन के कपड़े खींच रही है और उन पर हाथ उठा रही है। इस घटना ने सोशल मीडिया पर आग की तरह फैलकर लोगों का गुस्सा भड़का दिया।

सिमरन ने बताया कि वह अपने स्टॉल को समय पर बंद करने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन कुछ ग्राहक देर तक रुके थे। इसी बीच पुलिस ने बिना चेतावनी के उनके साथ अभद्र व्यवहार शुरू कर दिया। यह वीडियो देखकर लोग हैरान हैं कि आखिर एक मेहनती महिला के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया गया।

पुलिस ने उठाया सख्त कदम

लखनऊ पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत कार्रवाई शुरू की। वायरल वीडियो के आधार पर राम-राम बैंक पुलिस चौकी के इंचार्ज आलोक कुमार और कॉन्स्टेबल अभिषेक यादव को लाइन हाजिर कर दिया गया। साथ ही, इस मामले की जांच के लिए ACP अलीगंज को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कदम से पुलिस ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह जनता के प्रति जवाबदेह है।


विपक्ष ने उठाए सवाल

इस घटना ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, "महिलाओं के सम्मान की बात करने वाली सरकार में एक मेहनती चाय वाली के साथ ऐसा व्यवहार शर्मनाक है।"।" कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया और पुलिस की जवाबदेही पर तंज कसा। विपक्षी दलों का कहना है कि यह घटना कानून व्यवस्थ की बदहाली को दर्शाती है।

सिमरन की कहानी: मेहनत और हौसले की मिसाल

सिमरन गुप्ता की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है। एक साधारण परिवार से आने वाली सिमरन ने अपनी मेहनत से लखनऊ में अपनी पहचान बनाई।। उनकी चाय की दुकान न केवल स्वाद के लिए मशहूर है, बल्कि उनकी हंसी और आत्मविश्वास ने उन्हें 'मॉडल चाय वाली' का खिताब दिलाया।। लेकिन इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या मेहनती महिलाएं भी सुरक्षित हैं? सोशल मीडिया पर लोग सिमरन के समर्थन में उतर आए हैं और उनके हौसले की तारीफ कर रहे हैं।