बाल यौन शोषण: आरोपी जेई रामभवन किसी से नहीं रखता था खास मतलब!

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बाल यौन शोषण: आरोपी जेई रामभवन किसी से नहीं रखता था खास मतलब!

बाल यौन शोषण: आरोपी जेई रामभवन किसी से नहीं रखता था खास मतलब!


विनोद मिश्रा
बांदा।
बाल यौन शोषण के मामले में आरोपी जेई रामभवन ऐसी घिनौनी करतूतें करता था, इस पर न तो पड़ोसियों को यकीन हो रहा है और न ही दफ्तर के लोगों को। इनका कहना है सीधे स्वभाव का दिखने वाला रामभवन ऐसा होगा, इसकी हम लोगों ने कल्पना तक नहीं की थी। बताया कि वह किसी से खास मतलब नहीं रखता था। उसका परिवार शहर के एसडीएम कालोनी में किराए के मकान में रहता है। कुछ बच्चों ने बताया कि जेई के घर में उसके मोबाइल पर हम गेम खेलते थे।
करीब 50 बच्चों के अश्लील वीडियो बनाकर देश और विदेश में बेचने के आरोपी जेई रामभवन की घिनौनी करतूतों का पर्दाफाश होने के बाद लोग आश्चर्यचकित हैं। सीबीआई इस मामले में दो नवंबर से ही छानबीन कर रही थी। इसके बाद से ही उसके पड़ोसी और दफ्तर के लोग उसके बारे मे चर्चा तो करते हैं, सार्वजनिक रूप से कुछ कहने से इनकार करते हैं। सिंचाई विभाग स्थित कार्यालय में उसके सहयोगी भी इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
बमुश्किल अधिशासी अभियंता बीबी सिंह ने बताया कहा कि अनैतिक कार्य में लिप्त होने की जानकारी पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जेई रामभवन को निलंबित कर दिया गया है। उसके पहले के कार्यों की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उधर, चित्रकूट शहर के एसडीएम कालोनी स्थित आवास के आसपास के लोग कहते हैं कि जेई इतने गंदे कार्य करता था, इस पर विश्वास नहीं हो रहा है। कुछ लोगों ने बताया कि मोहल्ले के कई बच्चे उसके घर जाते थे। कुछ बच्चों ने बताया कि जेई के पास कई मोबाइल थे। जब वे जेई के घर जाते थे तो वह कुछ मोबाइल दे देता था। इसमें बच्चे गेम खेलते थे या फिर यू-ट्यूब देखते थे।
आपको बता दें की सूत्र बताते हैं की यौन शोषण के आरोपी सिंचाई विभाग के जेई को सीबीआई ने दो नवंबर को ही गिरफ्तार कर लिया था। सीबीआई टीम ने चित्रकूट मुख्यालय आकर कई बार जांच पड़ताल की। कई स्थानों पर छापेमारी भी की। हर बार पुलिस और मीडिया से दूरी बनाए रखी। इस संबंध में पुलिस अधिकारी हर बार यही कहते रहे कि सीबीआई टीम अपना काम कर रही है। उन्हें अभी तक जानकारी नहीं दी गई है।
सिंचाई विभाग के जेई रामभवन का फेसबुक अकाउंट भी है। वह स्वजातीय लोगों लोगों की आर्थिक स्थिति न होने पर चिंता भी जताता था। वह महापुरुषों की तस्वीरें भी अपलोड करता था। किसी के भी टैग कर पोस्ट करने पर तत्काल जवाब भी देता था। राजनैतिक और सामाजिक सरोकार पर विशेष टिप्पणी करता था। वह व्हाट्सएप पर भी वह सक्रिय था।आपको बता दें की फिलहाल आरोपी जेई कारागार में हैं। बांदा न्यायालय सीबीआई की रिमांड की अपील पर 24नवंबर को फैसला देगा।