केजीएमयू के डॉक्टरों ने सर्जरी कर 15 साल की लड़की को बनाया लड़का
लखनऊ : किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के डॉक्टरों ने हाल ही में सफल सेक्स-चेंज सर्जरी की है, इसमें 15 साल की एक 'लड़की' को 'लड़का' बनाया गया है। सर्जिकल टीम का नेतृत्व करने वाले यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर विश्वजीत सिंह ने कहा, मरीज बचपन से ही एक लड़की के रूप में रह रहा था, क्योंकि उसके माता-पिता लिंग की अस्पष्टता को नहीं समझ सकते थे। मरीज की भावनाएं, आंतरिक अंग और गुणसूत्र लड़कों की तरह थे, लेकिन शरीर लड़की का होने के चलते माता-पिता ने उसे एक लड़की के रूप में पाला।
बच्चे ने सेक्स चेंज सर्जरी के लिए मनोवैज्ञानिक परीक्षण पास किया।
जब मरीज ने दो महीने पहले डॉक्टरों से संपर्क किया, तो उन्होंने पहले उसे मनोवैज्ञानिक परीक्षण के लिए भेजा, जिसे उसने पास कर लिया। आनुवंशिक मूल्यांकन भी वह सफल रहा।
15 वर्षीय मरीज ने अपने माता-पिता से से कहा, मुझे डॉक्टर के पास ले चलो, मैं एक लड़का हूं और लड़के के रूप में ही जीना चाहता हूं।
डॉक्टरों ने मरीज के जननांगों को पुन: व्यवस्थित करने के लिए दो प्रक्रियाएं कीं।
सिंह ने कहा, ऑपरेशन सफल होने के बाद, मरीज ने लड़कों वाला हेयर स्टाइल लिया और इस बदलाव ने उसके आत्मविश्वास को बढ़ाया।
डॉक्टरों ने कहा, हमने सर्जरी करने से पहले चिकित्सकीय और कानूनी रूप से आवश्यक सभी प्रक्रियाओं का पालन किया। मरीज को अब यूरिन मार्ग के लिए एक और प्रक्रिया के लिए बुलाया गया है।
बच्चे ने सेक्स चेंज सर्जरी के लिए मनोवैज्ञानिक परीक्षण पास किया।
जब मरीज ने दो महीने पहले डॉक्टरों से संपर्क किया, तो उन्होंने पहले उसे मनोवैज्ञानिक परीक्षण के लिए भेजा, जिसे उसने पास कर लिया। आनुवंशिक मूल्यांकन भी वह सफल रहा।
15 वर्षीय मरीज ने अपने माता-पिता से से कहा, मुझे डॉक्टर के पास ले चलो, मैं एक लड़का हूं और लड़के के रूप में ही जीना चाहता हूं।
डॉक्टरों ने मरीज के जननांगों को पुन: व्यवस्थित करने के लिए दो प्रक्रियाएं कीं।
सिंह ने कहा, ऑपरेशन सफल होने के बाद, मरीज ने लड़कों वाला हेयर स्टाइल लिया और इस बदलाव ने उसके आत्मविश्वास को बढ़ाया।
डॉक्टरों ने कहा, हमने सर्जरी करने से पहले चिकित्सकीय और कानूनी रूप से आवश्यक सभी प्रक्रियाओं का पालन किया। मरीज को अब यूरिन मार्ग के लिए एक और प्रक्रिया के लिए बुलाया गया है।