आवास योजनाओं में ढिलाई परआयुक्त और डीएम नें फिर कसा शिकंजा, लगाई फटकार

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. Uttar Pradesh

आवास योजनाओं में ढिलाई परआयुक्त और डीएम नें फिर कसा शिकंजा, लगाई फटकार

आवास योजनाओं में ढिलाई परआयुक्त और डीएम नें फिर कसा शिकंजा, लगाई फटकार


विनोद मिश्रा
बांदा।
आवास योजनाओं पर जिले के प्रशासनिक हीरो आनन्द कुमार सिंह और कुशल प्रशासक आयुक्त गौरव कुमार में बेहतरीन सामंजस्य बना हुआ है। यह दोनों प्रशासानिक अधिकारी शासन की आवास योजना को शीघ्रता से पूरा कराने के लिये कटिबद्ध होकर कार्यदाई संस्थाओं पर शिकंजा कस दिया है। डीएम आनन्द सिंह नें तो पिछले दिनों इसी मसले पर सिटी मजिस्ट्रेट तक को कारण बतओ नोटिस दे दिया था।
पाठकों को बता दूं की मंडल मुख्यालय में नरैनी रोड पर पंडित दीनदयालपुरम आवास योजना और तुलसी नगर आवासीय योजना के कार्यों में ढिलाई पर विकास प्राधिकरण मंडलायुक्त गौरव दयाल जो विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी हैं, डीएमआनन्द सिंह के साथ मौके पर पहुंच गये। अन्य संबंधित अधिकारियों को भी बुला लिया गया। कार्यो में लापरवाही पर डीएम तो पहले से ही खफा थे, आयुक्त नें भी असंतोष जताते हुए अधूरे कामों को इसी माह पूरा करने और ठेकेदार पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए।दीनदयालपुरम योजना में प्लाट आवंटन के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे जाने को भी कहा।
मंडलायुक्त ने उपरोक्त दोनों योजनाओं के स्थलों का निरीक्षण किया। मंडलायुक्त ने प्राधिकरण सचिव सिटी मजिस्ट्रेट सुरेंद्र सिंह से कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। अधूरे कामों की सुस्त रफ्तार पर नाराजगी जताया। जो काम चल रहे हैं, उन्हें एक माह में पूरा करने और ध्वस्त हो गई तीस मीटर मुख्य सड़क के पुनर्निर्माण के लिए इस्टीमेट भेजने के निर्देश दिए।चेतावनी दी की काम गुणवत्ता पूर्ण हों। एक तरफ छोटे वाहन निकलने के लिए और दूसरी तरफ भारी वाहनों का रास्ता दिया जाए। सिर्फ कागजी कार्रवाई न हो, बल्कि कार्य धरातल पर दिखे।जमीन पर कांशीराम पार्क को प्लाटों में बदला जाए क्योंकि इसकी लोकेशन सही नहीं है। पार्क में लोगों का आवागमन बिल्कुल नहीं होता। इसका कोई उपयोग नहीं है। कमिश्नर ने आवंटित और शेष भूखंडों आदि के बारे में प्राधिकरण सचिव से जानकारी ली।
सचिव सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि अब तक 73 भूखंड आवंटित हुए हैं। रजिस्ट्री सिर्फ दो की हुई है। 356 अवशेष प्लाट हैं। ठेकेदार की लेटलतीफी पर आयुक्त ने नाराजगी जताई। ठेकेदार का कहना था कि उससे मिट्टी का प्रमाणपत्र मांगा जा रहा था। इसी में देर हुई। आयुक्तइस पर बरस पड़े, डपटा कि यह बात उन्हें या डीएम को क्यों नहीं बताई गई? आयुक्त ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई को कहा।
तुलसी नगर योजना में बताया गया कि मात्र 20 फीसदी कार्य शेष है। आयुक्त ने यहां के पार्क को विकसित करने का जिम्मा नगर पालिका को सौंपा। सफाई और माली रखने के निर्देश दिए। प्राधिकरण सचिव को निर्देश दिया कि उनके यहां जो इंजीनियर हैं उन सभी को अलग-अलग काम सौंपे जाएं। डीएम ने टूटी नालियों की मरम्मत के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि कामों में ढिलाई कदापि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।