पति है नपुंसक तो जेठ के साथ सोने को कर रहे मजबूर, मायावती की भतीजी के संगीन आरोप

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की भतीजी ने अपने ससुराल वालों पर संगीन आरोप लगाकर सबको चौंका दिया है। कोतवाली क्षेत्र की बैंक कॉलोनी में रहने वाले ससुराल पक्ष पर उनकी बहू ने दहेज उत्पीड़न और अमानवीय व्यवहार का इल्ज़ाम लगाया है। यह मामला न सिर्फ पारिवारिक रिश्तों की कड़वी सच्चाई को उजागर करता है, बल्कि समाज में दहेज जैसी कुप्रथा की जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका भी सबूत देता है। आइए, इस घटना की परतें खोलते हैं और जानते हैं कि आखिर क्या हुआ इस विवाहिता के साथ।
दहेज की मांग ने तोड़ी इंसानियत की हदें
विवाहिता का कहना है कि शादी के बाद से ही ससुराल वालों की नजर उसके मायके की संपत्ति पर थी। शुरुआत में छोटी-मोटी मांगों से शुरू हुआ सिलसिला धीरे-धीरे बढ़ता गया। आरोप है कि ससुराल पक्ष ने अतिरिक्त दहेज के रूप में एक फ्लैट और 50 लाख रुपये की मांग रखी। जब यह मांग पूरी नहीं हुई, तो उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। घर में उसकी कोई सुनवाई नहीं थी और हर दिन उसकी जिंदगी नर्क बनती जा रही थी। यह सुनकर कोई भी यह सोचने पर मजबूर हो जाए कि क्या आज भी हमारे समाज में शादी का मतलब सिर्फ पैसा और संपत्ति है?
पति की कमजोरी बनी बहू पर दबाव
मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। विवाहिता ने जो दूसरा आरोप लगाया, वह सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उसका दावा है कि पति के नपुंसक होने की वजह से बच्चा पैदा करने की जिम्मेदारी उस पर डाल दी गई। ससुराल वालों ने उससे अपने जेठ के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया ताकि परिवार में वारिस पैदा हो सके। यह सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए। एक औरत के लिए इससे बड़ी बेइज्जती और क्या हो सकती है कि उसे अपनी मर्जी के खिलाफ ऐसी घिनौनी हरकत के लिए मजबूर किया जाए? यह घटना न सिर्फ पारिवारिक मूल्यों को शर्मसार करती है, बल्कि महिलाओं के प्रति समाज की सोच पर भी सवाल उठाती है।