बद्दो के मोबाइल में मिली पाकिस्तान की ईमेल और 30 फोन नंबर, कई सबूत मिटाए
गाजियाबाद | गाजियाबाद धर्मांतरण मामले में बद्दो की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की और उसके मोबाइल और लैपटॉप की भी जांच की। फरारी के दौरान बद्दो ने काफी ज्यादा डाटा डिलीट कर दिया। अब मोबाइल और लैपटॉप की एफएसएल जांच के बाद डाटा रिकवर किया जायेगा। जल्द ही बद्दो को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ करेगी।
डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि अभियुक्त बद्दो के पास से मिले दो मोबाइल फोन मे 6 ई-मेल चलाई जा रही थी। जिसमे से 2 ई-मेल आइडी इसने गेमिंग के लिए खरीदी थी। 1 ई-मेल आइडी पर पाकिस्तान से कुछ ई-मेल आना पता चला है। साथ ही इसके फोन में पाकिस्तान के लगभग 30 नम्बर सेव थे। इस सम्बन्ध मे जांच की जा रही है। अभियुक्त के पास से बरामद सीपीयू व मोबाइल की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। अगर पर्याप्त साक्ष्य मिलते हैं तो एनएसए की कार्यवाही भी की जायेगी।
ऑनलाइन धर्मांतरण सिंडिकेट में पकड़ा गया महाराष्ट्र का खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो बेहद शातिर निकला। यूपी और महाराष्ट्र पुलिस से बचकर 10 दिन तक फरारी काटने के दौरान सबूत मिटाता रहा। मोबाइल और लैपटॉप का डेटा डिलीट कर दिया। गाजियाबाद पुलिस ने कुछ गैजेट्स एक्सपर्ट की मदद से मोबाइल का कुछ डेटा रिकवर किया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया, बद्दो के मोबाइल की मेल आईडी का ट्रेस डेटा रिकवर हुआ है। इसमें एक ईमेल मिली है जो पाकिस्तान बेस्ड है। पुलिस को पाकिस्तान बेस्ड कुछ नंबर भी मोबाइल से मिले हैं। पुलिस का कहना है कि मोबाइल और लैपटॉप को अब फोरेंसिक लैब निवाड़ी में भेजा जाएगा। वहीं से डेटा रिकवर होने पर उसका एनालिसिस होगा। तब जाकर ही पुलिस को अहम साक्ष्य हासिल हो पाएंगे।
खान शहनवाज उर्फ बद्दो को मंगलवार सुबह महाराष्ट्र से फ्लाइट से गाजियाबाद लाया गया। यहां पर पुलिस ने उससे कई घंटे पूछताछ की। इस दौरान बद्दो ने सिर्फ इतना बताया है कि पाकिस्तान बेस्ड ईमेल आईडी गेम खेलने के लिए थी। बाकी पाकिस्तान से उसका कोई कनेक्शन नहीं है।
इस्लामिक स्कॉलर्स के वीडियो भेजने के सवाल पर बद्दो ने कहा कि वो सिर्फ वीडियो भेजता था, किसी का धर्मांतरण नहीं किया। फिलहाल पुलिस की पूछताछ में बद्दो ने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है। धर्मांतरण मामले पर ऐसे जवाब दे रहा है जैसे वो इसमें जरा भी इनवॉल्व न हो। इसके बाद उसे एसीजेएम-3 कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अब बद्दो के गैजेट्स की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है। रिपोर्ट मिलने के बाद बद्दो को सामने बैठाकर काउंटर प्रश्न पूछे जाएंगे। संभवत: इसीलिए अभी तक कोर्ट से बद्दो की पुलिस रिमांड नहीं मांगी गई है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सामान्य तौर पर फोरेंसिक लैब से कोई भी रिपोर्ट आने में महीनों लग जाते हैं। इसलिए लैब के अधिकारी को पत्र लिखकर ये रिपोर्ट जल्द दिलाने के लिए कहा गया है।
सोशल मीडिया पर एक्टिव, गेमिंग का है एक्सपर्ट
23 साल का खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो महाराष्ट्र में ठाणे जिले के देवरीपाड़ा का रहने वाला है। बद्दो तीन भाई है। मां का नाम मुमताज है। पिता मकसूद की मौत हो चुकी है। पूरा परिवार शैंपू बनाने के कारोबार से जुड़ा हुआ है। बद्दो सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता था और ऑनलाइन गेम का एक्सपर्ट है। ऑनलाइन धर्मांतरण का खुलासा होने के बाद बद्दो ने करीब 10 दिन तक यूपी और महाराष्ट्र पुलिस को छकाया। वो मुम्ब्रा से सोलापुर, ठाणे और फिर अलीबाग के एक लॉज में जाकर छिप गया था। पुलिस ने इसी लॉज से उसको गिरफ्तार किया।
डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि अभियुक्त बद्दो के पास से मिले दो मोबाइल फोन मे 6 ई-मेल चलाई जा रही थी। जिसमे से 2 ई-मेल आइडी इसने गेमिंग के लिए खरीदी थी। 1 ई-मेल आइडी पर पाकिस्तान से कुछ ई-मेल आना पता चला है। साथ ही इसके फोन में पाकिस्तान के लगभग 30 नम्बर सेव थे। इस सम्बन्ध मे जांच की जा रही है। अभियुक्त के पास से बरामद सीपीयू व मोबाइल की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। अगर पर्याप्त साक्ष्य मिलते हैं तो एनएसए की कार्यवाही भी की जायेगी।
ऑनलाइन धर्मांतरण सिंडिकेट में पकड़ा गया महाराष्ट्र का खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो बेहद शातिर निकला। यूपी और महाराष्ट्र पुलिस से बचकर 10 दिन तक फरारी काटने के दौरान सबूत मिटाता रहा। मोबाइल और लैपटॉप का डेटा डिलीट कर दिया। गाजियाबाद पुलिस ने कुछ गैजेट्स एक्सपर्ट की मदद से मोबाइल का कुछ डेटा रिकवर किया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया, बद्दो के मोबाइल की मेल आईडी का ट्रेस डेटा रिकवर हुआ है। इसमें एक ईमेल मिली है जो पाकिस्तान बेस्ड है। पुलिस को पाकिस्तान बेस्ड कुछ नंबर भी मोबाइल से मिले हैं। पुलिस का कहना है कि मोबाइल और लैपटॉप को अब फोरेंसिक लैब निवाड़ी में भेजा जाएगा। वहीं से डेटा रिकवर होने पर उसका एनालिसिस होगा। तब जाकर ही पुलिस को अहम साक्ष्य हासिल हो पाएंगे।
खान शहनवाज उर्फ बद्दो को मंगलवार सुबह महाराष्ट्र से फ्लाइट से गाजियाबाद लाया गया। यहां पर पुलिस ने उससे कई घंटे पूछताछ की। इस दौरान बद्दो ने सिर्फ इतना बताया है कि पाकिस्तान बेस्ड ईमेल आईडी गेम खेलने के लिए थी। बाकी पाकिस्तान से उसका कोई कनेक्शन नहीं है।
इस्लामिक स्कॉलर्स के वीडियो भेजने के सवाल पर बद्दो ने कहा कि वो सिर्फ वीडियो भेजता था, किसी का धर्मांतरण नहीं किया। फिलहाल पुलिस की पूछताछ में बद्दो ने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है। धर्मांतरण मामले पर ऐसे जवाब दे रहा है जैसे वो इसमें जरा भी इनवॉल्व न हो। इसके बाद उसे एसीजेएम-3 कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अब बद्दो के गैजेट्स की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है। रिपोर्ट मिलने के बाद बद्दो को सामने बैठाकर काउंटर प्रश्न पूछे जाएंगे। संभवत: इसीलिए अभी तक कोर्ट से बद्दो की पुलिस रिमांड नहीं मांगी गई है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सामान्य तौर पर फोरेंसिक लैब से कोई भी रिपोर्ट आने में महीनों लग जाते हैं। इसलिए लैब के अधिकारी को पत्र लिखकर ये रिपोर्ट जल्द दिलाने के लिए कहा गया है।
सोशल मीडिया पर एक्टिव, गेमिंग का है एक्सपर्ट
23 साल का खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो महाराष्ट्र में ठाणे जिले के देवरीपाड़ा का रहने वाला है। बद्दो तीन भाई है। मां का नाम मुमताज है। पिता मकसूद की मौत हो चुकी है। पूरा परिवार शैंपू बनाने के कारोबार से जुड़ा हुआ है। बद्दो सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता था और ऑनलाइन गेम का एक्सपर्ट है। ऑनलाइन धर्मांतरण का खुलासा होने के बाद बद्दो ने करीब 10 दिन तक यूपी और महाराष्ट्र पुलिस को छकाया। वो मुम्ब्रा से सोलापुर, ठाणे और फिर अलीबाग के एक लॉज में जाकर छिप गया था। पुलिस ने इसी लॉज से उसको गिरफ्तार किया।