निषादों को एससी आरक्षण व मत्स्य पालन को कृषि दर्ज़ा दिया जाए

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निषादों को एससी आरक्षण व मत्स्य पालन को कृषि दर्ज़ा दिया जाए

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लखनऊ। विकासशील इंसान पार्टी के प्रदेश कार्यालय में विश्व मात्स्यिकीय दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।इस अवसर पर केन्द्र सरकार से निषाद समुदाय की जातियों को अनुसूचित जाति का आरक्षण कोटा व मत्स्य पालन को कृषि का दर्जा देने की मांग उठी।इसके साथ ही केन्द्र में अलग से मत्स्य मन्त्रालय गठित करने व केन्द्र व राज्य सरकार से मत्स्य पालन को कृषि का दर्जा देने की मांग की गई। प्रदेश अध्यक्ष चौ. लौटनराम निषाद ने श्रीराम-निषादराज की मित्रता के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा निषाद जातियों के साथ सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक अन्याय व दोयमदर्जे के व्यवहार का आरोप लगाया।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने 5 अक्टूबर 2012 को फिशरमैन विज़न डाक्यूमेंट्स जारी कर आरक्षण की विसंगतियों को दूर करने व नीली क्रांति के द्वारा मछुआरों के आर्थिक विकास का संकल्प लिया था।परंतु भाजपा ने अपना संकल्प पूरा न कर निषाद मछुआरा समाज के साथ वादाखिलाफी कर रही है।उन्होंने बैठक को सम्बोधित करते हुए सेन्सस-2021 में जातिवार व वर्गवार जनगणना ओबीसी को कार्यपालिका, विधायिका, न्यायपालिका व निजी क्षेत्र में समानुपातिक आरक्षण कोटा की मांग संविधान सम्मत बताया।

विश्व मात्स्यिकीय दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी को अनुराग सिंह यादव,अर्जुन सिंह कश्यप, मनोज यादव,अरबिंद कुमार बिन्द, गयाप्रसाद धुरिया,जशपाल निषाद, रामकुमार कश्यप, विमला देवी धीमान आदि ने भी सम्बोधित किया।