कमरे में अकेली थी भाभी, देवर ने क्यों तोड़ा दरवाजा? अंदर का नजारा देखकर पति तक सन्न रह गया!

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है, जो इंसानियत को शर्मसार कर देती है। खेरागढ़ के भोपुर गांव में 29 वर्षीय सुनीता की हत्या की खबर ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी। यह मामला प्रेम, विश्वासघात और क्रूरता की एक दर्दनाक कहानी बयां करता है। आइए, जानते हैं कि आखिर क्या हुआ था उस रात, जब एक निर्दोष महिला की जिंदगी को बेरहमी से छीन लिया गया।
प्रेम-प्रसंग ने लिया खौफनाक मोड़
सुनीता, मूल रूप से राजस्थान के धौलपुर की रहने वाली थी। साल 2010 में उसकी शादी खेरागढ़ के पवन से हुई थी। लेकिन शादीशुदा जिंदगी में सुनीता को बार-बार पति की मारपीट का सामना करना पड़ता था। इस दुखद रिश्ते के बीच सुनीता का दिल पवन के चचेरे भाई विष्णु पर आ गया। दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया, और सुनीता ने विष्णु से शादी करने का सपना देखना शुरू कर दिया। लेकिन इस बात की भनक जब पवन को लगी, तो मामला और जटिल हो गया।
परिवार की इज्जत और हिंसा का तांडव
सुनीता के प्रेम-प्रसंग की खबर उसके पिता कोमल सिंह तक पहुंची। परिवार की बदनामी के डर से कोमल सिंह ने इस रिश्ते का विरोध किया। 29 मई को सुनीता की बहन पूजा उसे ससुराल से मायके धौलपुर ले गई। लेकिन 31 मई को पवन और उसका भाई जल सिंह भी धौलपुर पहुंच गए। वहां सुनीता के साथ मारपीट शुरू हो गई। डर के मारे सुनीता ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया, लेकिन उसका यह कदम उसे बचा न सका।
क्रूरता की हद: खिड़की तोड़कर की हत्या
पुलिस जांच के अनुसार, कोमल सिंह, पवन और जल सिंह ने मिलकर खिड़की तोड़कर कमरे में प्रवेश किया। फिर तीनों ने मिलकर सुनीता को इतना पीटा कि उसकी जान चली गई। इसके बाद, इस जघन्य अपराध को छिपाने के लिए तीनों ने सुनीता के शव को बाइक पर ले जाकर खेरागढ़ के भोपुर के पास सड़क किनारे फेंक दिया। इस घटना ने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया।
पुलिस जांच और सच्चाई का खुलासा
इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब सुनीता ने 30 मई की रात विष्णु को फोन कर अपनी जान को खतरा बताया था। उसने कहा था कि ये लोग उसे मार डालेंगे। इसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया। विष्णु को शक हुआ और वह तुरंत पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस ने तफ्तीश शुरू की और जल्द ही कोमल सिंह, पवन और जल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। अब इस मामले की जांच धौलपुर पुलिस को सौंप दी गई है।