महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भगदड़: दर्जनों घायल, PM मोदी ने ली स्थिति की जानकारी

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महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भगदड़: दर्जनों घायल, PM मोदी ने ली स्थिति की जानकारी

Mahakumbha

Photo Credit: UPUKLive


प्रयागराज महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर भीड़ बढ़ने से भगदड़ मच गई। संगम नोज के करीब भगदड़ में दर्जनों लोग घायल हो गए। मेला के विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा के अनुसार, संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। घायलों को तत्काल मेला क्षेत्र में स्थापित अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनके परिजन भी पहुंच गए हैं।

चश्मदीद का बयान

एक चश्मदीद सरोजनी ने बताया कि वे दो बसों में 60 लोगों के साथ आई थीं। उनके समूह में नौ लोग थे जब अचानक धक्का-मुक्की शुरू हुई और कई लोग गिर गए। भीड़ बेकाबू हो गई और बचने का कोई रास्ता नहीं था क्योंकि सभी तरफ से धक्का दिया जा रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति पर गहरी नजर बनाए रखी है। उन्होंने एक घंटे के भीतर दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्तालाप कर कुंभ मेले की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली।

अखाड़ों का निर्णय

मौनी अमावस्या पर अखाड़ों का अमृत स्नान स्थगित कर दिया गया है। केवल प्रतीकात्मक रूप से देवताओं को स्नान कराया जाएगा और परंपराओं का निर्वहन किया जाएगा। देवता के साथ अधिकतम 25-30 संन्यासी सादगी के साथ संगम जाएंगे। बड़े संत-महात्मा नहीं जाएंगे और शाही रथ एवं बैंड-बाजे भी नहीं होंगे।

महाकुंभ मेले में तैनात सुरक्षाकर्मी हालात को सामान्य करने में जुटे हुए हैं। कुछ स्थानों पर स्नान कार्यक्रम पुनः आरंभ हो गया है।

अखाड़ा परिषद की प्रतिक्रिया

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने बताया कि भीड़ में कमी आ रही है और वे मेला प्रशासन से विचार-विमर्श कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि भीड़ कम होगी तो वे स्नान करना चाहेंगे। स्नान को स्थगित किया गया था और वे प्रयास कर रहे हैं कि स्थिति सामान्य हो जाए, जिसके बाद वे मेला प्रशासन से वार्ता कर स्नान करेंगे।


भगदड़ में घायल हुए लोगों को दर्जनों एंबुलेंस की सहायता से केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ ले जाया गया, जहां उनका उपचार जारी है। गंभीर रूप से घायल लोगों को उच्च चिकित्सा केंद्रों में रेफर किया गया है। महाकुंभ मेले के केंद्रीय चिकित्सालय को छावनी में परिवर्तित कर दिया गया है। सुरक्षा कारणों से मीडियाकर्मियों को भी अस्पताल के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।