ठाकुरद्वारा: पति सऊदी में करता है कमाई, यहां नाबालिग लड़के से पत्नी का अफेयर

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ठाकुरद्वारा: पति सऊदी में करता है कमाई, यहां नाबालिग लड़के से पत्नी का अफेयर

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Photo Credit: Harpreet


यामीन विकट
ठाकुरद्वारा।
सऊदी में जिस पत्नी के लिए अपने वतन से दूर रहकर पति दिनरात मेहनत कर रहा है उसी की पत्नी अपने तीन साल के बच्चे को छोड़कर नाबालिग प्रेमी के साथ जाने की ज़िद पर अड़ी हुई है। 

जनपद बिजनोर के एक गांव की रहने वाली एक युवती की शादी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी एक युवक के साथ हुई थी। वर्तमान में विवाहिता का पति सऊदी अरब में नोकरी करता है और विवाहिता का एक तीन साल का पुत्र है। मंगलवार को उक्त विवाहिता खुद कोतवाली पहुंची और कोतवाली प्रभारी शैलेन्द्र कुमार चौहान से मिलकर उन्हें एक प्रार्थना पत्र दिया जिसमें लिखा था कि वह अपनी मर्ज़ी से अपने पुत्र को अपनी ससुराल में छोड़ आयी है और अब उसे अपने प्रेमी के साथ रहना है। 

विवाहिता ने साफ कहा कि उसके मायके वालों या ससुराल वालों की शिकायत पर उसके प्रेमी के विरुद्ध कोई कार्यवाही न की जाए। इस दौरान कोतवाली प्रभारी ने विवाहिता को काफी समझाने का प्रयास किया कि उसका एक बच्चा भी है और भरा पूरा परिवार है वह अपने फैसले पर पुनः विचार कर ले लेकिन विवाहिता टस से मस नहीं हुई और साफ कह दिया कि अब वह अपने प्रेमी के साथ ही रहेगी। 

बताते चलें कि विवाहिता का प्रेमी कानूनी तौर पर नाबालिग है और उसके पति ने अभी उसे तलाक़ भी नही दिया है। उधर विवाहिता के मायके वाले भी अपनी इज्जत बचाते हुए विवाहिता की ज़िद के आगे अपने घर में ही चुपचाप बैठे हुए हैं। ये मामला पूरे गांव भर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

पति विदेश में कमाई कर रहे हैं, और यहां परिवार बिगड़ रहा है: एक दुखद कहानी

यह एक ऐसी कहानी है जो कई भारतीय परिवारों के लिए सच है। पति बेहतर जीवन और अधिक पैसा कमाने के लिए विदेश जाते हैं, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में, उनके परिवार धीरे-धीरे बिखर जाते हैं।

क्या किया जा सकता है?

इस तरह की परिस्थितियों में, कुछ चीजें हैं जो परिवार कर सकते हैं:

  • पति और पत्नी को नियमित रूप से एक-दूसरे से बात करनी चाहिए।
  • पति को अपनी पत्नी और बच्चों के लिए समय निकालना चाहिए।
  • पत्नी को अपने पति के काम और सपनों का समर्थन करना चाहिए।
  • परिवार को एक-दूसरे के साथ धैर्य रखना चाहिए।
  • यह एक कठिन परिस्थिति है, लेकिन यदि परिवार एकजुट रहता है, तो वे इससे उबर सकते हैं।