UPPSC Success Story: 8 साल पहले पिता की पेशी के दौरान हुई थी हत्या, अब बेटी बनेगी DSP, बोलीं- पापा का ही सपना था कि मैं अधिकारी बनूं

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UPPSC Success Story: 8 साल पहले पिता की पेशी के दौरान हुई थी हत्या, अब बेटी बनेगी DSP, बोलीं- पापा का ही सपना था कि मैं अधिकारी बनूं

ayushi singh

Photo Credit: Ganga


मुरादाबाद। मुरादाबाद की आशियाना कॉलोनी के मकान नंबर एचआईजी, ए-120 पर भीड़ है। 8 साल पहले भी यहां इतनी ही भीड़ हुआ करती थी। लेकिन, आज भीड़ में फर्क है। उस समय डिलारी के दबंग ब्लॉक प्रमुख योगेंद्र सिंह उर्फ भूरा से मिलने लोग आते थे. आज वे बेटी आयुषी को बधाई देने पहुंचे हैं. आयुषी के पिता योगेंद्र सिंह की 2015 में कोर्ट में पेशी के दौरान हत्या कर दी गई थी।

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24 साल की उम्र में आयुषी ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की परीक्षा पास की और डिप्टी एसपी के पद पर चयनित हो गईं। दिल्ली में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रही आयुषी शनिवार दोपहर करीब तीन बजे रिजल्ट आने के बाद अपने घर मुरादाबाद पहुंची।

आयुषी इस उपलब्धि को अपने पिता का सपना बता रही हैं। उनका कहना है कि उनके पिता उन्हें अफसर बनाना चाहते थे। आयुषी की मां पूनम फिलहाल डिलारी की ब्लॉक प्रमुख हैं। भूरा पर हत्या समेत कई वारदातों का आरोप था। वर्ष 2015 में एक मामले में पेशी के लिए जेल से कोर्ट लाए गए भूरा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. भूरा के एक बेटा और एक बेटी है। बेटा आदित्य सिंह आईआईटी दिल्ली से एमटेक कर रहा है। बेटी आयुषी ने अफसर बनने का सपना पूरा करने के लिए यूपीएससी पास की।

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भूरा का परिवार मूल रूप से भोजपुर के मानपुर गांव का रहने वाला है. आयुषी दिल्ली में रहती हैं। वहीं रहकर उन्होंने यूपीपीएससी की तैयारी की। वह कहती हैं कि पापा हमेशा चाहते थे कि मैं अफसर बनूं। मैंने उनका सपना पूरा किया है। आयुषी ने कहा कि पापा ने हमारी पढ़ाई के लिए मुरादाबाद के आशियाना में मकान बनवाया था। उनकी हत्या के बाद ही मैंने अधिकारी बनने का फैसला किया था। 

आयुषी सिंह ने मुरादाबाद के केसीएम स्कूल से हाईस्कूल तक की पढ़ाई की। यहां से उन्होंने 12वीं की परीक्षा पास की। इसके बाद दिल्ली का रुख किया। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से साल 2019 में ग्रेजुएशन पास किया था। वर्ष 2021 में उन्होंने राजनीति विज्ञान में एमए पूरा किया। नेट की परीक्षा दी और वहां भी सफलता दर्ज की। पिछले दो साल से वह यूपीपीएससी की तैयारी में लगी हुई थी। आखिरकार वह इस परीक्षा में भी सफल हुए।