उर्स ए कासमी का आगाज हलक ए ज़िक्ररे कादरिया और कुरआन खानी से हुआ

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उर्स ए कासमी का आगाज हलक ए ज़िक्ररे कादरिया और कुरआन खानी से हुआ

शोएब क़ादरी, एटा। मारहरा स्थित खानकाहे बरकातिया मारहरा शरीफ पिछले कई सौ वर्षों से ज्ञान अनुग्रह और रूहानियत का भारत में एक प्रमुख भारतीय केंद्र है यहां स्थित दरगाह शरीफ दरगाह शाह बरकतुल्लाह के नाम से जानी जाती है। खानकाहे बरकातिया को यह सौभाग्य और सम


उर्स ए कासमी का आगाज हलक ए ज़िक्ररे कादरिया और कुरआन खानी से हुआशोएब क़ादरी, एटा। मारहरा स्थित  खानकाहे बरकातिया मारहरा शरीफ पिछले कई सौ वर्षों से ज्ञान अनुग्रह और रूहानियत का भारत में एक प्रमुख भारतीय केंद्र है यहां स्थित दरगाह शरीफ दरगाह शाह बरकतुल्लाह के नाम से जानी जाती है।

खानकाहे  बरकातिया को यह सौभाग्य और सम्मान प्राप्त है कि इस खानकाह शरीफ  के बुजुर्गों उनके खुलफा के हाथों जिस बड़े पैमाने पर हजरत गौसे आजम के  सिलसिला कादरिया का विस्तार हुआ उसका उदाहरण अन्यसा खानकाहो में  कम ही देखने को मिलता है खानकाहे  बरकातिया  का एक इम्तियाज यह भी है इस सर जमीन पर हजरत शेख अब्दुल कादिर जिलानी रहमतुल्लाह  तआला अलैहि  ने सात अकताब के पैदा होने की बशारत दी ।  आज अलहमदुलिल्ला दरगाह बरकातिया मैं एक गुंबद के नीचे वह सातों आफताब वाह माहताबी विलायत आराम फरमा रहे हैं।

पहली महफिल का आगाज हलक ए ज़िक्ररे कादरिया और कुरआन  खानी से हुआ उसके बाद उर्स की पहली महफ़िल  दरगाह बरकातिया मैं हुयी । प्रोग्राम का शुरुआत तिलावते  कुरान एक 12 साल के हाफिज  मोहम्मद आकर ने की  जिसमें दीनी तालीम व दुनियावी तालीम पर रोशनी डाली गयी  बाहर से आने वाले मौलाना कासिम हबीब नात पड़ी मेरे हसन की सूरत मेरे दिल में बसी है व नात खा कलीम दानिश नात पड़ी नवी का आस्ताना चाहिए अपना कलाम पेश किया इसके बाद मदरसे के तालिबे इल्म बिलाल ने नात पेश की तसव्वर में दयारे पयंबर मुस्कुराएगा इसके बाद मदरसा की तालिबे इल्म तंजील अहमद ने भी नात पेश की फिर के गली गली तबाह ठोकरें सबकी खाएं क्यों इसके बाद सैयद मोहम्मद अमान  मियां कादरी ने कहा  की अहसनुल उलमा का ख्वाब पूरा करेगा।

जामिया अहसनुल बरकात इसके बाद सैयद नजीब हैदर नूरी ने कहा की अहसनुल उलमा साहब अपने  मुरीदो से मुस्कुराकर मिलते थे और कहा कि आप लोग अपने अपने बच्चों को इल्म जरूर दिलाएं उसके बाद खानकाहे बरकातिया के सज्जादा नशीन सय्यद अमीन मियां कादरी  ने सभी लोगों के लिए दुआ की और देश के लिए अमन चैन की  दुआ की महफिल का समापन सलातो सलाम के साथ हुआ प्रोग्राम में मौजूद लोगों में सैयद हसन हैदर, सैयद मोहसिन हैदर, प्रिंसिपल मौलाना  इरफान , मौलाना असलम बरकाती, मौलाना जियाउल हक बरकाती , कारी कौसर , कारी अबरार ,कारी अकबर, कारी सदरूद्दीन ,कारी यूसुफ बरकाती ,प्रोग्राम का संचालन कारी  इरफान बरकाती ने किया।