यूपी में मौसम का बदला मिजाज, 60 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट

उत्तर प्रदेश में मई की शुरुआत गर्मी की तपिश के बजाय ठंडी हवाओं और झमाझम बारिश के साथ हो रही है। मौसम विभाग ने राज्य के 60 जिलों में आंधी, तूफान और बारिश का अलर्ट जारी किया है। यह मौसमी बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और तेज हवाओं के संगम का नतीजा है, जो 5 मई तक प्रदेश को प्रभावित करेगा। आइए, इस मौसम की पूरी कहानी जानते हैं।
बारिश और तूफान की चेतावनी
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के पूर्वी और तराई इलाकों में अगले कुछ दिनों तक गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। खासकर लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, और आजमगढ़ जैसे शहरों में तेज हवाएं और वज्रपात का खतरा बना हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जिससे पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका है। यह मौसम 1 मई से 5 मई तक अपने चरम पर रहेगा।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
इस मौसमी बदलाव का मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ है, जो उत्तर-पश्चिमी भारत में सक्रिय हो रहा है। यह विक्षोभ ठंडी और नम हवाओं को उत्तर प्रदेश की ओर ला रहा है, जिसके चलते बारिश और तूफान की स्थिति बन रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में 28 अप्रैल से ही कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी शुरू हो चुकी थी, लेकिन अब मौसम और उग्र होने की संभावना है। खासकर तराई और पूर्वी जिलों में भारी बारिश के आसार हैं।
जनजीवन पर प्रभाव
इस मौसम का असर किसानों, यात्रियों और दैनिक मजदूरों पर पड़ सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी तैयार फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखें, क्योंकि तेज हवाएं और बारिश फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। यात्रियों को सावधानी बरतने और मौसम अपडेट्स पर नजर रखने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, बिजली विभाग को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि तूफान से बिजली लाइनों को होने वाले नुकसान को तुरंत ठीक किया जा सके।
सुरक्षित रहने के उपाय
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे इस दौरान सतर्क रहें। वज्रपात से बचने के लिए खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें। घरों में रहते समय बिजली के उपकरणों को अनप्लग करें और बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि तेज हवाएं और ठंडा मौसम स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।