बीवी बोली रमजान में सेक्स नहीं करूंगी तो गुस्से नाबालिग लड़के को किडनैप कर किया कुकर्म, फिर हत्या

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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बीवी बोली रमजान में सेक्स नहीं करूंगी तो गुस्से नाबालिग लड़के को किडनैप कर किया कुकर्म, फिर हत्या

Muslim Woman

Photo Credit: UPUKLive AI


कानपुर के बिल्हौर इलाके में एक ऐसी वारदात सामने आई है जिसने हर किसी के दिल को दहला दिया। पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले एक मासूम बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई। यह घटना इतनी भयानक थी कि सुनने वालों की रूह कांप उठी। आरोपियों ने न सिर्फ बच्चे की जान ली, बल्कि उसके शव को कुएं में फेंककर परिवार से 10 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी। इस क्रूरता ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। लोग इस बात से हैरान हैं कि कोई इतना नीचे कैसे गिर सकता है। इस घटना ने समाज में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

पुलिस की तेज कार्रवाई

इस भयावह घटना के बाद पुलिस ने बिना वक्त गंवाए कार्रवाई शुरू की। सिर्फ 24 घंटे के अंदर पुलिस ने मोबाइल लोकेशन की मदद से एक आरोपी को पकड़ लिया। इस आरोपी का नाम नजर अली उर्फ हुसैन बताया जा रहा है। उसकी गिरफ्तारी से पुलिस को कई अहम सुराग मिले, लेकिन दूसरा आरोपी अजहर उर्फ अज्जू अभी भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में दिन-रात जुटी हुई है। इस तेजी से हुई कार्रवाई ने लोगों को थोड़ी राहत दी, लेकिन परिवार का दर्द अभी भी कम नहीं हुआ है। पुलिस अब इस मामले को और गहराई से खंगाल रही है।

चौंकाने वाला खुलासा

जब पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी हुसैन से पूछताछ की, तो उसने जो बात बताई, उसे सुनकर सबके होश उड़ गए। हुसैन ने कहा कि यह घिनौनी वारदात उसने इसलिए की क्योंकि रमजान के महीने में उसकी पत्नी ने रोजे की वजह से शारीरिक संबंध बनाने से मना कर दिया था। इस बात से परेशान होकर उसने अपने दोस्त अज्जू के साथ मिलकर एक 13 साल के मासूम बच्चे का अपहरण करने की साजिश रची। उसकी मंशा थी कि बच्चे के साथ गलत काम किया जाए और फिरौती से पैसे भी कमाए जाएं। यह खुलासा इतना शर्मनाक था कि सुनने वालों को यकीन करना मुश्किल हो गया।

साजिश का भयानक तरीका

आरोपियों ने इस वारदात को बहुत सोच-समझकर अंजाम दिया। उन्होंने पहले से ही बच्चे की हर गतिविधि पर नजर रखी थी। उन्हें पता था कि वह हर शाम जिम जाता है। इसी का फायदा उठाते हुए उन्होंने योजना बनाई। जब बच्चा जिम से लौट रहा था, तो उसे बहाने से गांव से आधा किलोमीटर दूर बुलाया गया। वहां पहले से ही रस्सी और रॉड तैयार रखी गई थी। रात करीब साढ़े आठ बजे दोनों ने बच्चे को पकड़ लिया और उसे रस्सी से बांध दिया। इसके बाद उनकी क्रूरता की कोई सीमा नहीं रही। उन्होंने बच्चे के साथ गलत काम किया और जब वह चीखने लगा, तो उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया।

मासूम की दर्दनाक मौत

बच्चे की हालत इस क्रूरता को सहते-सहते बिगड़ गई। वह बेहोश हो गया, लेकिन आरोपियों का दिल नहीं पसीजा। उन्होंने रस्सी से उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने शव को एक कुएं में फेंक दिया ताकि कोई सबूत न बचे। इतना सब करने के बाद भी उनकी हवस खत्म नहीं हुई। उन्होंने बच्चे के परिवार को फिरौती का मैसेज भेजा और 10 लाख रुपये की मांग की। यह सारी घटना इतनी दर्दनाक थी कि सोचकर ही मन सिहर उठता है। एक मासूम की जिंदगी को इस तरह खत्म कर देना किसी भी इंसान के लिए कल्पना से परे है।

परिवार को मिला फिरौती का मैसेज

6 मार्च की सुबह बच्चे के परिवार को एक मैसेज मिला। इसमें लिखा था कि उनका भाई उनके पास है और अगर उसे जिंदा चाहिए तो शाम 5 बजे तक 10 लाख रुपये तैयार कर लें। मैसेज में यह भी धमकी थी कि अगर पुलिस को खबर की, तो बच्चे की जान ले ली जाएगी। परिवार ने पहले यह मैसेज नहीं देखा। जब कोई जवाब नहीं मिला, तो खुद आरोपी हुसैन ने परिजनों को फोन चेक करने के लिए कहा। इससे परिवार को शक हुआ और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। यह मैसेज ही उनकी सबसे बड़ी गलती बन गया, जिसने उन्हें पकड़वाने में मदद की।

पुलिस की जांच और आरोपी की गिरफ्तारी

पुलिस ने जैसे ही इस मामले की जांच शुरू की, उन्हें पता चला कि फिरौती का मैसेज उसी फोन से भेजा गया था जो बच्चे का था। पुलिस ने तुरंत हुसैन को हिरासत में लिया। जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसकी जेब से मृतक का बंद मोबाइल मिला। पूछताछ में उसने सारी वारदात कबूल कर ली। उसने बताया कि कैसे उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया। पुलिस को यह भी पता चला कि दूसरा आरोपी अज्जू अभी फरार है। इस खुलासे ने पूरे मामले को सुलझाने में बड़ी मदद की।

फरार आरोपी की तलाश में पुलिस

पुलिस ने एक आरोपी को तो पकड़ लिया, लेकिन दूसरा आरोपी अजहर उर्फ अज्जू अभी भी आजाद घूम रहा है। उसकी तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिम, विजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि इस हत्या में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस हर पहलू की गहराई से जांच कर रही है ताकि कोई भी दोषी बच न सके। परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए पुलिस दिन-रात मेहनत कर रही है। इस मामले ने पूरे इलाके में डर और गुस्से का माहौल बना दिया है।

इंसानियत पर सवाल

यह घटना सिर्फ एक अपराध की कहानी नहीं है, बल्कि इंसानियत पर एक बड़ा सवाल है। एक मासूम बच्चे के साथ इतनी क्रूरता करना और फिर उसकी जिंदगी छीन लेना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मिंदगी की बात है। आरोपियों की सोच और उनके इरादे सुनकर हर कोई हैरान है। यह वारदात हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि समाज में ऐसी मानसिकता को कैसे रोका जाए। पुलिस की कार्रवाई से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन परिवार का दुख कम नहीं हुआ। उम्मीद है कि जल्द ही सभी दोषियों को सजा मिलेगी और इंसाफ पूरा होगा।