हमें अपनी संस्कृति और परंपराएं बचाना है: धामी

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. Uttrakhand

हमें अपनी संस्कृति और परंपराएं बचाना है: धामी


हमें अपनी संस्कृति और परंपराएं बचाना है: धामी


देहरादून, 14 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री ने शनिवार को श्री भद्रराज देवता के मंदिर में पूजा कर प्रदेश की सुख एवं समृद्धि की कामना की और भद्रराज मंदिर में आयोजित मेले में भी प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि भद्रराज मेले को राजकीय मेले की अनुदान राशि प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मेले में जनसभा में कहा कि दुधली-डिगोली मोटर मार्ग के डामरीकरण के लिए इसी वित्तीय वर्ष में धनराशि स्वीकृति की जाएगी। भद्रराज मंदिर में पेयजल एवं विद्युत की व्यवस्थाओं को प्राथमिकता में रखा जायेगा। साथ ही इस क्षेत्र की विभिन्न मांगों का परीक्षण कर उचित समाधान किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने स्थानीय स्तर पर होने वाले मेलों के बारे में कहा कि पहले मेले मिलन के केंद्र होते थे। आज ज्ञान और विज्ञान की प्रगति से हर सुविधा आसानी से मिल जाती है, लेकिन हमें अपनी पुरानी संस्कृति और परम्पराओं को बचाए रखना होगा। उन्होंने आगे यह भी कहा कि उत्तराखंड आध्यात्म और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य में हर क्षेत्र में कार्य हो रहे हैं। श्री केदारनाथ में अनेक पुनर्निर्माण के कार्य हुए हैं। चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए हर संभव सुविधा प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। राज्य सरकार सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है। कोरोना काल में हर वर्ग को राहत देने का प्रयास राज्य सरकार द्वारा किया गया। अब 1 लाख 84 हजार अंत्योदय कार्ड धारकों को साल में तीन सिलेंडर मुफ्त दिए जायेंगे।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, मसूरी के नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मसूरी मन्नू मल्ल, ओपी उनियाल, भद्रराज मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेश नौटियाल, उपाध्यक्ष बलवंत सिंह तोमर, सचिव शिवराज सिंह तोमर आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ गुंजन कुमार