इस मां ने अपने बॉयफ्रेंड संग मिलकर 13 साल की बेटी का करवाया यौन शोषण, रह चुकी है बीजेपी नेत्री

उत्तराखंड के पवित्र शहर हरिद्वार से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने न केवल समाज को झकझोर दिया, बल्कि मां-बेटी के पवित्र रिश्ते को भी कलंकित किया है। एक 13 वर्षीय नाबालिग लड़की ने अपनी ही मां पर संगीन आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि उसकी मां ने अपने प्रेमी और कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर उसका यौन शोषण करवाया। यह मामला तब और गंभीर हो गया, जब पता चला कि आरोपी मां एक राजनीतिक पार्टी की पूर्व पदाधिकारी रह चुकी हैं। इस खुलासे ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है।
बेटी की दर्दनाक आपबीती
हरिद्वार के एक छोटे से परिवार की यह कहानी तब सामने आई, जब 13 साल की एक मासूम बेटी ने अपने पिता के सामने अपनी पीड़ा बयां की। पिता ने गौर किया कि उनकी बेटी पिछले कुछ समय से असामान्य रूप से चुप और उदास रहने लगी थी। उसका व्यवहार बदल गया था, और वह अक्सर खामोश रहती थी। पिता ने प्यार और संवेदनशीलता के साथ बेटी से बात की, तो जो सच्चाई सामने आई, उसने उनके पैरों तले जमीन खिसका दी। बेटी ने बताया कि उसकी मां ने अपने प्रेमी सुमित और कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर उसका यौन शोषण करवाया। यह सुनकर पिता स्तब्ध रह गए और तुरंत कार्रवाई की ठानी।
पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया
बेटी की आपबीती सुनने के बाद पिता उसे लेकर तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई की। प्रारंभिक जांच के आधार पर आरोपी मां और उसके प्रेमी सुमित को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस अब अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही है। हरिद्वार पुलिस ने इस मामले को प्राथमिकता दी है और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
ये भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष अनामिका है
— बघीरा 😺 (@LegalAdvisour) June 5, 2025
इस कलयुगी मां ने अपनी सगी 13 की बेटी को बॉयफ्रेंड और उसके दोस्तों के सामने परोस दिया उसकी इज्जत लूटने को
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राजनीतिक कनेक्शन और पार्टी का रुख
आरोपी मां, जिनका नाम अनामिका बताया जा रहा है, पूर्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रह चुकी हैं। हालांकि, भाजपा ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया है। जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने स्पष्ट किया कि अनामिका को अगस्त 2024 में ही पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया था और अब उनका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी ने इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए आधिकारिक बयान भी जारी किया है, जिसमें इस घटना की कड़ी निंदा की गई है।
समाज में उठते सवाल
यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के सामने कई सवाल भी खड़े करती है। मां-बेटी का रिश्ता, जो विश्वास और प्यार का प्रतीक माना जाता है, इस तरह के आरोपों से दागदार हुआ है। यह मामला हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि समाज में बच्चों की सुरक्षा और उनके मानसिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए और क्या कदम उठाए जाने चाहिए। स्थानीय लोग इस घटना से स्तब्ध हैं और पीड़िता को न्याय मिलने की मांग कर रहे हैं।