देहरादून में दमकती त्वचा के लिए तीव्र रेडियोफ्रीक्वेंसी के साथ एक अनूठा गैर-सर्जिकल उपचार लॉन्च किया गया

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देहरादून में दमकती त्वचा के लिए तीव्र रेडियोफ्रीक्वेंसी के साथ एक अनूठा गैर-सर्जिकल उपचार लॉन्च किया गया

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देहरादून : त्वचा विशेषज्ञों के पास अब त्वचा के टेक्सचर में बदलाव लाने और कायाकल्प के लिए गैर सर्जिकल उपकरण के रूप में एक नया चिकित्सीय साधन है। यह उपकरण नान इनवेसिव यानी चीरफाड़ रहित है। यह तीव्र रेडियो फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करता है और इस प्रकार उन लोगों के लिए एक उम्मीद लेकर आया है जो सर्जरी कराने से हिचकते हैं लेकिन चमकदार और कांतिमय त्वचा पाने के लिए उत्सुक हैं।

इसे डिजाइन करने में सुरक्षा और प्रभावशीलता का विशेष ध्यान रखा गया है। यह उन लोगों के लिए उपचार का एक बहतरीन विकल्प है जो सूरज की किरणों, धुम्रपान और बढ़ती उम्र के कारण त्वचा को पहुंची क्षति से हुई झुर्रियों, महीन रेखाओं, दाग-धब्बों और ढीलेपन से निपटना चाहते हैं।

आज देहरादून में एस्थेटिक डर्मेटोलॉजी कॉन्फ्रेंस में 'ऑरा' डिवाइस को लॉन्च किया गया। कॉन्फ्रेन्स में 200 से अधिक डॉक्टरों ने भाग लिया, जोदेश के बेहतरीन कॉस्मेटिक और एस्थेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट हैं।

देहरादून की जानी-मानी एस्थेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. अर्चना गुलाटी कहती हैं, "भारत में उपलब्ध कई आरएफ उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के बीच यह त्वचा के कायाकल्प और बदलाव लाने के लिए एक बहुत ही सकारात्मक उम्मीद जगाता है क्योंकि यह शरीर की प्राकृतिक कोलेजन निर्माण प्रक्रिया को प्रेरित करता है" मेरठ के अग्रणी वरिष्ठ त्वचा विशेषज्ञ डॉ. अजय शर्मा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “आजकल मरीज छोटी-छोटी सीटिंग्स में अत्यधिक कुशल परिणाम चाहते हैं जो सुरक्षित और आरामदायक भी हो

ऑरा उनकी अपेक्षाओं पर फिट बैठता है, वो लंच ब्रेक में 2-3 सीटिंग्स में ही चिकनी, टाइट और अधिक युवा दिखने वाली त्वचा पा सकते हैं, जैसा कि यह चिकित्सीय उपकरण दावा करता है।'' उपचार में ऐसी मशीनें शामिल होती हैं जो रेडियो-आवृत्ति ऊर्जा का इस्तेमाल करके ऊतकों को गर्म करती हैं। ये जो ऊर्जा उत्पन्न करते हैं, वो कोलेजन के विकास को उत्तेजित/प्रेरित करती है, एक रेशेदार प्रोटीन जो चेहरे के युवा रूप को बनाए रखने में महत्वपूर्ण है।

सर्जिकल फेस-लिफ्ट्स, या पुरानी शैली के लेजर रिसर्फेसिंग के विपरीत, जो त्वचा की ऊपरी परत को हटा देते हैं, ऑरासे उपचारित व्यक्ति को चेहरे के ठीक होने तक घर के अंदर रहने की आवश्यकता नहीं होती है, बल्कि मरीज प्रक्रिया के तुरंत बाद अपनी नियमित दिनचर्या में वापस जा सकते हैं।

कुंतल देबगुप्ता, सीईओ, रिवील लेज़र्स फॉर इंडिया एंड सार्क ऑपरेशंस ने कहा, "रिवील लेजर उपचार की नई-नई तकनीकों पर काम करता है और हम अपनी सभी प्रक्रियाओं को सुरक्षित और प्रभावी बनाना सुनिश्चित करते हैं ताकि मरीज को कम से कम दर्द और असुविधा हो।"