नैनीताल में दुष्कर्म के बाद बवाल! पुलिस और हिंदू संगठनों में भयंकर झड़प!

उत्तराखंड के नैनीताल शहर में एक 12 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश की आग भड़का दी है। इस जघन्य अपराध के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। हालांकि पुलिस ने 65 वर्षीय आरोपी मोहम्मद उस्मान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन जनता का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार, 2 मई 2025 को हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव आचार्य डॉ. स्वामी सच्चिदानंद के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन ने स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की और झड़प की घटना ने सभी का ध्यान खींचा।
दुष्कर्म मामले ने भड़काया आक्रोश
नैनीताल में हुई इस दिल दहला देने वाली घटना ने समाज के हर वर्ग को झकझोर कर रख दिया। 12 साल की बच्ची के साथ हुए इस अपराध ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में लिया और उसे जेल भेज दिया, लेकिन स्थानीय लोग इस घटना को सामाजिक और सांप्रदायिक दृष्टिकोण से देख रहे हैं। इस मामले ने न केवल नैनीताल, बल्कि पूरे उत्तराखंड में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है।
प्रदर्शन और पुलिस के साथ झड़प
शुक्रवार को आचार्य डॉ. स्वामी सच्चिदानंद अपने समर्थकों के साथ नैनीताल पहुंचे और इस घटना के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। उनका इरादा एक विशेष धार्मिक स्थल पर जाकर विरोध जताने का था, लेकिन पुलिस ने सुरक्षा कारणों से उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। इस रोक-टोक के बीच प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जो जल्द ही धक्का-मुक्की और झड़प में बदल गई। इस हंगामे के दौरान सच्चिदानंद सड़क पर गिर गए और उन्हें हल्की चोटें भी आईं। इस घटना ने प्रदर्शन को और उग्र कर दिया, जिससे पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
सामाजिक तनाव और कानून-व्यवस्था
यह घटना केवल एक अपराध तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसने सामुदायिक तनाव को भी हवा दी। हिंदू संगठनों का आरोप है कि इस तरह की घटनाएं समाज में असुरक्षा का माहौल पैदा कर रही हैं। दूसरी ओर, पुलिस का कहना है कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और किसी भी तरह की उग्रता को बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस झड़प ने नैनीताल में तनाव को और बढ़ा दिया है, और प्रशासन अब स्थिति को सामान्य करने की कोशिश में जुटा है।