रक्षामंत्री राजनाथ देहरादून में प्रबुद्ध जन सम्मेलन में हुए शामिल, बोले : यूसीसी नीति निर्देशक सिद्धांत का हिस्सा
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देहरादून | मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर देहरादून में आयोजित प्रबुद्ध जन सम्मेलन में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शामिल हुए। केंद्र सरकार का 9 साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। इन 9 सालों को भाजपा महाजनसंपर्क अभियान के रूप में मना रही है। महाजनसंपर्क के तहत भाजपा देशभर में तमाम कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इसी क्रम में राजधानी देहरादून में भी प्रबुद्ध जन सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में रक्षामंत्री के साथ सीएम पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत तमाम सांसद, विधायक, प्रदेश संगठन के पदाधिकारी और तमाम क्षेत्रों के प्रबुद्ध जन मौजूद रहे। राजनाथ ने केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड में चलाई जा रही केंद्रीय योजनाओं का बखान किया। उन्होंने कहा कि अब सेना के जवानों को दुश्मनों की गोली का जवाब देने के लिए सरकार का मुंह नहीं ताकना पड़ता। साथ ही विपक्ष पर भी निशाना साधा।
सीएम धामी ने कहा कि राजनीति में ऐसे बहुत कम नेता हुए हैं, जिनका पक्ष और विपक्ष सम्मान करता हो। उन्हीं नेताओं में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रबुद्ध जन सम्मेलन के जरिए केंद्र सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचना है। केंद्र सरकार ने सभी को सम्मान दिया है। सेना का मनोबल बढ़ाने और मजबूत बनाने के लिए तमाम काम किए हैं। ऐसे में केंद्र सरकार के ये 9 साल बेमिसाल रहे हैं।
रक्षामंत्री ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भले ही उत्तराखंड अलग राज्य बन गया हो लेकिन वो जब भी यहां आते हैं, उन्हें लगता है कि अपने घर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रदेश में सैन्य धाम का शिलान्यास करने का अवसर भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि वह जब भी उत्तराखंड आते हैं तो उन्हें देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत की याद आती है, क्योंकि जब उन्होंने रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली थी, उस दौरान बिपिन रावत ने उनके साथ काम किया था।
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड हमारे देश के नीति निर्देशक सिद्धांत का हिस्सा है। इस पर विवाद क्यों हो रहा है? गोवा और मध्य प्रदेश में यह पहले से ही लागू है।
उन्होंने कहा, "मैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई देता हूं, जिन्होंने इस दिशा में पहल की है। संविधान से अलग हटकर अगर सरकार कोई काम करे तो गलत है। लेकिन यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर विपक्ष वोट बैंक की राजनीति कर रहा है। राजनीति सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं होनी चाहिए, बल्कि समाज बनाने के लिए राजनीति होनी चाहिए। लेकिन कुछ लोग धर्म की राजनीति कर लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही कुछ विदेशी ताकतें भी देश को तोड़ने की नापाक हरकतें करती हैं। इस्लाम के 72 फिरके भारत में पाए जाते हैं, लेकिन कुछ लोग सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।"
साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद उत्तराखंड में बहुत काम हुए हैं। यही नहीं, प्रधानमंत्री ने बहुत कम समय में राज्य को 9 रत्न परियोजनाओं के रूप में दिए, जिनपर बहुत तेजी से काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड भले ही छोटा राज्य हो, लेकिन केंद्र की प्रायोरिटी में टॉप पर है।
राजनाथ ने कहा कि जब भारत पहले अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुछ बोलता था तो उसे गंभीरता से नहीं लिया जाता था, लेकिन आज जब भारत बोलता है तो सारी दुनिया देश की बातों को गंभीरता से लेती है।
राजनाथ ने कहा कि मान, सम्मान और स्वाभिमान मानव जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इंसान कुछ दिन भूखा रह सकता है लेकिन मान, सम्मान और स्वाभिमान पर ठेस बर्दाश्त नहीं कर सकता। देश की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। दुनिया के तमाम लेखकों के अनुसार भारत, दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 9 सालों में लोगों की आय दोगुनी हो गई है। वित्तीय वर्ष 2014-15 में सालाना प्रतिव्यक्ति औसत आय 86 हजार थी, जो वित्तीय वर्ष 2022-23 में बढ़कर 1 लाख 72 हजार हो गई है। हालांकि, कोविड का दुनिया भर के सभी देशों पर असर पड़ा है।
रक्षामंत्री ने कहा कि पहले देश रक्षा उपकरण को अन्य देशों से इंपोर्ट करता था। लेकिन आज देश 25 देशों को रक्षा उपकरण एक्सपोर्ट करता है। अभी तक 16 हजार करोड़ रुपए के रक्षा उपकरण को एक्सपोर्ट किया जा चुका है। जबकि 2014 से पहले करीब 1800 करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण ही एक्सपोर्ट किए गए थे। नीतियों को लेकर विपक्ष बहस कर सकता है, लेकिन नीयत पर सवाल खड़े करने की कोई गुंजाइश नहीं है।
सीएम धामी ने कहा कि राजनीति में ऐसे बहुत कम नेता हुए हैं, जिनका पक्ष और विपक्ष सम्मान करता हो। उन्हीं नेताओं में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रबुद्ध जन सम्मेलन के जरिए केंद्र सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचना है। केंद्र सरकार ने सभी को सम्मान दिया है। सेना का मनोबल बढ़ाने और मजबूत बनाने के लिए तमाम काम किए हैं। ऐसे में केंद्र सरकार के ये 9 साल बेमिसाल रहे हैं।
रक्षामंत्री ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भले ही उत्तराखंड अलग राज्य बन गया हो लेकिन वो जब भी यहां आते हैं, उन्हें लगता है कि अपने घर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रदेश में सैन्य धाम का शिलान्यास करने का अवसर भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि वह जब भी उत्तराखंड आते हैं तो उन्हें देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत की याद आती है, क्योंकि जब उन्होंने रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली थी, उस दौरान बिपिन रावत ने उनके साथ काम किया था।
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड हमारे देश के नीति निर्देशक सिद्धांत का हिस्सा है। इस पर विवाद क्यों हो रहा है? गोवा और मध्य प्रदेश में यह पहले से ही लागू है।
उन्होंने कहा, "मैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई देता हूं, जिन्होंने इस दिशा में पहल की है। संविधान से अलग हटकर अगर सरकार कोई काम करे तो गलत है। लेकिन यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर विपक्ष वोट बैंक की राजनीति कर रहा है। राजनीति सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं होनी चाहिए, बल्कि समाज बनाने के लिए राजनीति होनी चाहिए। लेकिन कुछ लोग धर्म की राजनीति कर लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही कुछ विदेशी ताकतें भी देश को तोड़ने की नापाक हरकतें करती हैं। इस्लाम के 72 फिरके भारत में पाए जाते हैं, लेकिन कुछ लोग सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।"
साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद उत्तराखंड में बहुत काम हुए हैं। यही नहीं, प्रधानमंत्री ने बहुत कम समय में राज्य को 9 रत्न परियोजनाओं के रूप में दिए, जिनपर बहुत तेजी से काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड भले ही छोटा राज्य हो, लेकिन केंद्र की प्रायोरिटी में टॉप पर है।
राजनाथ ने कहा कि जब भारत पहले अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुछ बोलता था तो उसे गंभीरता से नहीं लिया जाता था, लेकिन आज जब भारत बोलता है तो सारी दुनिया देश की बातों को गंभीरता से लेती है।
राजनाथ ने कहा कि मान, सम्मान और स्वाभिमान मानव जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इंसान कुछ दिन भूखा रह सकता है लेकिन मान, सम्मान और स्वाभिमान पर ठेस बर्दाश्त नहीं कर सकता। देश की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। दुनिया के तमाम लेखकों के अनुसार भारत, दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 9 सालों में लोगों की आय दोगुनी हो गई है। वित्तीय वर्ष 2014-15 में सालाना प्रतिव्यक्ति औसत आय 86 हजार थी, जो वित्तीय वर्ष 2022-23 में बढ़कर 1 लाख 72 हजार हो गई है। हालांकि, कोविड का दुनिया भर के सभी देशों पर असर पड़ा है।
रक्षामंत्री ने कहा कि पहले देश रक्षा उपकरण को अन्य देशों से इंपोर्ट करता था। लेकिन आज देश 25 देशों को रक्षा उपकरण एक्सपोर्ट करता है। अभी तक 16 हजार करोड़ रुपए के रक्षा उपकरण को एक्सपोर्ट किया जा चुका है। जबकि 2014 से पहले करीब 1800 करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण ही एक्सपोर्ट किए गए थे। नीतियों को लेकर विपक्ष बहस कर सकता है, लेकिन नीयत पर सवाल खड़े करने की कोई गुंजाइश नहीं है।