देहरादून दंपति मर्डर मिस्ट्री : मृतक की पहली पत्नी नुसरत का नया खुलासा, कासिफ के ऊपर था लाखों का कर्ज

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देहरादून दंपति मर्डर मिस्ट्री : मृतक की पहली पत्नी नुसरत का नया खुलासा, कासिफ के ऊपर था लाखों का कर्ज

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देहरादून | देहरादून के क्लेमेंट टाउन में दंपति की मौत के मामले में मृतक कासिफ की पहली पत्नी नुसरत ने नया खुलासा किया है। नुसरत ने कहा कि कासिफ के ऊपर लाखों का कर्ज था। कासिफ ने 11 जून को सहारनपुर आने की बात कही थी, लेकिन उसके बाद से वह फोन नहीं उठा रहा था। वहीं, मां-बाप के शवों के बीच से निकाला गया नवजात किस तरह जीवित रहा उसको लेकर भी डॉक्टर ने खुलासा किया है। दरअसल, देहरादून के क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में टर्नर रोड सी-13 मकान के एक कमरे में कासिफ और अनम के शव बेड पर पड़े थे। दोनों के शव फूल चुके थे। यहां तक कि शवों पर कीड़े पड़ चुके थे। दोनों के नाक और मुंह से खून निकल रहा था। पूरा कमरा खून से सना हुआ था। कमरे से बुरी तरह बदबू आ रही थी। पुलिस की भी हालत बुरी थी। तभी पुलिस को एक बच्चे की रोने की आवाज सुनाई देती है।

आवाज की तलाश करते हुए पुलिस को एक बच्चा नजर आता है। ये महज 5 दिन का बच्चा दोनों शवों के बीच में फंसा था। हैरानी की बात ये थी कि इस स्थिति में भी नवजात सही सलामत था। पुलिस ने जैसे-तैसे बच्चे को उसके माता-पिता के शवों के बीच के खींचकर बाहर निकाला। बच्चा होश में तो था, लेकिन उसके शरीर पर कई जगह कीड़े पड़ चुके थे। बच्चे की हालत देख उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। बच्चा की कंडीशन फिलहाल ठीक है।

दूसरी तरफ शवों की हालत देख पुलिस की ओर से अंदाजा लगाया गया कि शव करीब दो से तीन दिन पुराने होंगे, क्योंकि दोनों शव फूल चुके थे और उनमें कीड़े भी पड़ चुके थे। घटनास्थल पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने फिर जांच शुरू की तो शवों पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं मिले। उनके नाक और मुंह से खून निकल रहा था। जांच पड़ताल के बाद दंपति के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। पुलिस अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। हालांकि पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन कमरे के हालात देख सुसाइड एंगल से भी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि कासिफ की पहली पत्नी नुसरत ने पुलिस को फोन किया था, जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।

क्या है पूरा मामला :

13 जून की शाम क्लेमेंट टाउन क्षेत्र की टर्नर रोड सी-13 में सोहेल (निवासी जोशियाड़ा उत्तरकाशी) के मकान में कासिफ (निवासी चहलोली थाना नागल जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश) अपनी दूसरी पत्नी अनम के साथ पिछले चार महीने से किराएदार के रूप में रह रहा था। 9 जून की सुबह अनम ने प्राइवेट अस्पताल में एक लड़के को जन्म दिया था। इसके बाद शाम को ही अनम को अस्पताल से डिस्चार्ज करवाकर दोनों घर लौट आए। कासिफ की पहली पत्नी नुसरत के मुताबिक, 10 जून की रात को कासिफ ने आखिरी बार उससे बात की। कासिफ ने 11 जून को सहारनपुर आने की बात कही थी। नुसरत के मुताबिक, कासिफ ने एक शख्स से 5 लाख रुपए उधार लिए थे, जिसे 11 जून को लौटाने की बात कही थी। इससे पहले भी कासिफ ने उधार लौटाने के लिए दो बार समय मांगा था। इसके बाद कासिफ से बात नहीं हुई।

सीओ सदर पंकज गैरोला ने बताया कि 11 जून और उसके दो दिन बाद तक भी कासिफ सहारनपुर अपने घर नहीं पहुंचा। कासिफ का फोन भी लगातार स्विच ऑफ बता रहा था। कासिफ की पहली पत्नी नुसरत को चिंता होने लगी और वो 13 जून को कासिफ की तलाश में सहारनपुर से सीधे देहरादून क्लेमेंट टाउन स्थित उसके किराए के मकान पर पहुंच गई। वहां पहुंचकर नुसरत ने देखा कि घर के बारह गेट पर ताला लगा हुआ था। नुसरत के मुताबिक, अंदर से बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी। नुसरत ने पुलिस को बुलाया और मौके पर दरवाजा खोला गया। पुलिस ने जिसे ही दरवाजा खोलकर अंदर प्रवेश किया तो वहां का नजारा भयानक था।

नुसरत ने पुलिस को बताया कि मृतक कासिफ का अपने घर पर विवाद चल रहा था। उस पर काफी कर्ज भी हो गया था। पुलिस मामले को आत्महत्या से भी जोड़कर देख रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट के बाद ही पूरी तरह से स्थिति साफ हो पाएगी। पुलिस का कहना है कि कासिफ ने दो शादी की थी, जबकि पहली पत्नी नुसरत को कासिफ की दूसरी शादी के बारे में जानकारी नहीं थी। पहली पत्नी से भी कासिफ को पांच साल का बेटा है। वहीं, दूसरी पत्नी से बच्चा होने के बाद कासिफ मानसिक तनाव में भी था।

बच्चे का इलाज कर रहे डॉ. धनंजय डोभाल का कहना है कि जिस समय बच्चे को अस्पताल लाया गया उस समय बच्चा होश में था। लेकिन बच्चे से शरीर पर कई जगह कीड़े पड़ चुके थे। उस दौरान बच्चे की हालत ज्यादा गंभीर थी। इसलिए तुरंत बच्चे को एनआईसीयू में रखा गया। अब बच्चा फिलहाल ठीक है। डॉक्टर के मुताबिक, बच्चे का वजन अच्छा है। बच्चा नॉर्मल डिलीवरी से हुआ है, बच्चा फुल टर्म है, इसलिए बच्चे को कुछ नहीं हुआ। बच्चा अगर प्री मैच्योर होता तो बच्चे को खतरा हो सकता था। अब बच्चे को क्लोज ऑजर्वेशन में रखा गया है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि बच्चा लगभग तीन दिन तक मां के दूध के बिना रहा।