Dehradun : रेडियो एक्टिव डिवाइस को करोड़ों में बेचने की चल रही थी डील, पुलिस ने खतरनाक मंसूबों को किया नाकाम

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Dehradun : रेडियो एक्टिव डिवाइस को करोड़ों में बेचने की चल रही थी डील, पुलिस ने खतरनाक मंसूबों को किया नाकाम

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Photo Credit: upuklive


देहरादून (उत्तराखंड): देहरादून में राजपुर रोड स्थित वीआईपी सोसायटी के एक फ्लैट से बीते दिनों जिस रेडियो एक्टिव डिवाइस को बरामद किया गया, उसे आरोपी तबरेज आलम ने सहारनपुर से पांच लाख रुपये में खरीदा था।

पुलिस का दावा है कि इस डिवाइस का सौदा करोड़ों रुपये में किया जाना था, लेकिन इससे पहले ही आरोपी पकड़ लिए गए। डिवाइस के लिए एडवांस में दिए जाने वाले छह लाख भी जब्त किए गए थे।

सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर यह डिवाइस देहरादून ही क्यों लाई गई, जबकि पकड़े गए आरोपियों में से कोई भी उत्तराखंड का नहीं है। देहरादून में शुक्रवार को पुलिस ने रेडियो एक्टिव डिवाइस के साथ विभिन्न राज्यों के पांच लोगों को गिरफ्तार किया था।

दून पुलिस को तब मौके से रेडियोग्राफी कैमरा भी मिला। पुलिस की पूछताछ में आरोपी तबरेज ने बताया कि उसने करीब 11 महीने पहले सहारनपुर निवासी परिचित राशिद उर्फ समीर से डिवाइस खरीदी थी। तब राशिद ने कहा था कि यह डिवाइस करोड़ों रुपये में बिकेगी। लेकिन, खुद पैसों की जरूरत के कारण राशिद ने उसे इसे पांच लाख रुपये में बेच दिया। इसके बाद तबरेज ने यह डिवाइस सहारनपुर स्थित अपने फार्म में छिपा रखी थी।

सहारनपुर में छिपा है राज, आरोपी राशिद की तलाश

देहरादून में राजपुर रोड के एक फ्लैट से रेडियो एक्टिव उपकरण और कैमिकल बरामद होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। सहारनपुर के राशिद ने यह डिवाइस तबरेज को बेची थी। सुरक्षा एजेंसियां ने गोपनीय ढंग से इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।

दून पुलिस की गिरफ्त में आया तबरेज पिछले दस साल से परिवार से दूर रह रहा था। सूत्रों की मानें तो सुरक्षा एजेंसियां इस प्रकरण को लेकर सहारनपुर में डेरा डालेंगी। अगले एक-दो दिनों में टीमें यहां पहुंच सकती है। राशिद उर्फ समीर की तलाश में कुछ टीमें सहारनपुर पहुंच चुकी हैं। उसके ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।

खरीदार की तलाश में दिल्ली भी गया था तबरेज

पुलिस के अनुसार, तबरेज ने पूछताछ में बताया कि डिवाइस सहारनपुर स्थित अपने फार्म में छिपाने के बाद वो खरीदार की तलाश में दिल्ली गया। यहां उसे लव मल्होत्रा नाम का व्यक्ति मिला, जिसने सुमित पाठक से मिलवाया।

सुमित इस तरह की डिवाइस की जानकारी रखता था। तबरेज ने बताया कि इसके बाद पाठक से डिवाइस की खरीद-फरोख्त को लेकर बात होने लगी। इस बीच, सरवर हुसैन भी जुड़ गया। तबरेज ने बताया कि पाठक ने सौदा पक्का करने के लिए उसे दून बुलाया था। जैद अली और अभिषेक जैन, सरवर हुसैन के कहने पर दून आए।

रेडियो एक्टिव डिवाइस मामले में पूर्व आयकर अधिकारी भी आरोपी

रेडियो एक्टिव डिवाइस की बरामदगी और पांच लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इस मामले में पूर्व आयकर आयुक्त श्वेताभ सुमन को भी आरोपी बना लिया है। पुलिस का दावा है कि पूर्व अफसर ने पकड़े गए लोगों को सौदेबाजी के लिए अपने फ्लैट में आश्रय दिया। उधर, पुलिस ने दूसरे दिन दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।

एसएसपी अजय सिंह ने शनिवार को बताया कि आरोपी राजपुर रोड स्थित ब्रुक एंड वुड्स सोसायटी के जिस फ्लैट में रह रहे थे, वह पूर्व आयकर अफसर श्वेताभ सुमन का है। आरोपी सुमित पाठक ने श्वेताभ से यह फ्लैट किराये पर लिया था। एसएसपी के अनुसार, श्वेताभ ने सुमित को इस बात का भरोसा दिलाया था कि वे काफी प्रभावशाली व्यक्ति हैं। उनके घर पर पुलिस नहीं आ सकती। लिहाजा, वो बेधड़क वहां सौदेबाजी कर सकते हैं।

एसएसपी ने बताया कि इस मामले में श्वेताभ सुमन पुत्र डॉ. वीके सिंह निवासी राजपुर रोड, देहरादून फरार है। आरोपी की तलाश की जा रही है। शनिवार को दो संदिग्धों से पूछताछ में अहम जानकारी मिली है। उधर, पुलिस की प्राथमिक जांच में बिना कोई मापदंड रेडियो एक्टिव डिवाइस में केमिकल के इस्तेमाल की बात सामने आई है। नरोरा एटॉमिक पावर स्टेशन से आई टीम ने रेडियो एक्टिव डिवाइस में कूटरचना की पुष्टि की।

पकड़े गए आरोपी जेल भेजे गए: पुलिस ने शुक्रवार को सुमित पाठक, तबरेज आलम, सरवर हुसैन, जैद अली और अभिषेक जैन को राजपुर रोड से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने मौके से रेडियो एक्टिव डिवाइस, रेडियोग्राफी कैमरे के साथ छह लाख की नगदी, तीन लग्जरी कार, 15 स्मार्ट मोबाइल भी बरामद किए थे। शनिवार को पांचों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सबको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।

मेरा कोई लेना देना नहीं: श्वेताभ सुमन

पूर्व आयकर आयुक्त श्वेताभ सुमन ने अपने फ्लैट में रेडियो एक्टिव डिवाइस मिलने के मामले में अनभिज्ञता जताई है। उन्होंने शनिवार को ‘हिन्दुस्तान’ से फोन पर वार्ता में कहा कि मेरा प्रकरण से कोई लेना-देना नहीं है और न ही मैं आरोपियों को जानता हूं।

उन्होंने नहीं, बल्कि सिद्धांत नामक युवक ने फ्लैट किराये पर चढ़ाया था। वही हिसाब रखता है। उन्होंने बताया कि वो दिल्ली में हैं और आरोपियों से उनकी कभी बात तक नहीं हुई। सुमन ने बताया कि पुलिस की ओर से इस मामले में उनको आरोपी बनाया गया है, इसकी भी उनको जानकारी नहीं है।