उत्तरकाशी के पुरोला में सुनसान पड़ा बाजार, हिन्दू संगठनो से जुड़े लोगों को पुलिस ने मार्च करने से रोका
उत्तरकाशी | बीते कुछ दिनों से लव जिहाद और महापंचायत के शोरगुल से गूंज रहा उत्तरकाशी का पुरोला फिलहाल शांत है। बुधवार से ही 19 जून तक पुरोला में धारा 144 लागू है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है तो बाजार भी बंद हैं। पुरोला में प्रस्तावित महापंचायत स्थगित कर दी गई है। बीते मंगलवार को पंचायत संगठन के हाथ खींचने पर विहिप ने महापंचायत कराने का एलान किया था। वहीं नैनीताल हाईकोर्ट में महापंचायत पर सुनवाई गुरुवार को हो सकती है। साथ ही महापंचायत रोकने को के लिए प्रशासन ने पुरोला को छावनी में तब्दील कर दिया है। वहीं नगरपालिका क्षेत्र, बड़कोट, नौगांव में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। उत्तरकाशी जिले की सीमाएं भी सील हैं, पूरे क्षेत्र में ड्रोन से नजर रखी जा रही है। उधर, व्यापारी और हिन्दू संगठनों से जुड़े लोगों को पुलिस ने नौगांव से एक किमी आगे रोक दिया है।
कूच की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी बड़कोट जितेंद्र कुमार पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस ने सभी को रोक दिया है, जबकि व्यापारी और हिन्दू संगठनों के लोग पुरोला जाने के लिए अड़े हुए हैं। उपजिलाधिकारी सभी को समझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लोग यहां नारेबाजी कर रहे हैं।
बुधवार को कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मीडिया के सामने आकर 15 जून की प्रस्तावित महापंचायत स्थगित करने की घोषणा की थी। अब आगे महापंचायत करने की बात कही है।
आपको बता दें कि पुरोला में बीते 26 मई को मुस्लिम समुदाय के युवक द्वारा नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास किया गया था। हालांकि ये प्रयास विफल हो गया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना के बाद लोगों ने सड़कों पर उतर कर जुलूस प्रदर्शन निकाले और बाजार बंद रखे।
मामले में दो आरोपियों को जेल भेजा गया है। इस बीच कुछ दिन पहले पुरोला में मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानों के आगे महापंचायत संबंधी धमकी भरे पोस्टर चस्पा कर दिए गए थे। ऐसे में डर के माहौल के बीच यहां से मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा दुकानें छोड़कर चले जाने और दुकानें बंद पड़ी रहने से राज्य भर में बवाल मचा है।
पुरोला में अब तक मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानें बंद हैं। करीब 12 लोग दुकानों से सामान समेटकर वापस चले गए हैं। दुकानें खुलवाने को लेकर अधिकारी लगातार स्थानीय लोगों के साथ बैठकें कर रहे हैं।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी. मुरुगेशन ने साफ कहा है कि जो भी शख्स कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करेगा, उस पर एनएसए लगाया जाएगा। बुधवार को पुलिस ने पुरोला में फ्लैग मार्च भी किया था।
कूच की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी बड़कोट जितेंद्र कुमार पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस ने सभी को रोक दिया है, जबकि व्यापारी और हिन्दू संगठनों के लोग पुरोला जाने के लिए अड़े हुए हैं। उपजिलाधिकारी सभी को समझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लोग यहां नारेबाजी कर रहे हैं।
बुधवार को कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मीडिया के सामने आकर 15 जून की प्रस्तावित महापंचायत स्थगित करने की घोषणा की थी। अब आगे महापंचायत करने की बात कही है।
आपको बता दें कि पुरोला में बीते 26 मई को मुस्लिम समुदाय के युवक द्वारा नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास किया गया था। हालांकि ये प्रयास विफल हो गया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना के बाद लोगों ने सड़कों पर उतर कर जुलूस प्रदर्शन निकाले और बाजार बंद रखे।
मामले में दो आरोपियों को जेल भेजा गया है। इस बीच कुछ दिन पहले पुरोला में मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानों के आगे महापंचायत संबंधी धमकी भरे पोस्टर चस्पा कर दिए गए थे। ऐसे में डर के माहौल के बीच यहां से मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा दुकानें छोड़कर चले जाने और दुकानें बंद पड़ी रहने से राज्य भर में बवाल मचा है।
पुरोला में अब तक मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानें बंद हैं। करीब 12 लोग दुकानों से सामान समेटकर वापस चले गए हैं। दुकानें खुलवाने को लेकर अधिकारी लगातार स्थानीय लोगों के साथ बैठकें कर रहे हैं।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी. मुरुगेशन ने साफ कहा है कि जो भी शख्स कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करेगा, उस पर एनएसए लगाया जाएगा। बुधवार को पुलिस ने पुरोला में फ्लैग मार्च भी किया था।