हरीश रावत बोले त्रिवेन्द्र ने किया क्रांतिकारियों का अपमान, भाजपा मांफी मांगे
देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के विवादास्पद बयान से सियासत गरमा गई है। यूपी के बलिया में त्रिवेंद्र रावत ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था। जिसके बाद कांग्रेस ने त्रिवेंद्र रावत के बयान को आधार बनाते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने त्रिवेंद्र रावत पर पूर्वांचल की जनता का अपमान करने का आरोप लगाया है। साथ ही माफी मांगने को कहा है। त्रिवेंद्र रावत का नाथूराम गोडसे पर बयानः दरअसल, उत्तर प्रदेश के बलिया में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत बीजेपी कार्यालय में मीडिया से मुखातिब हुए थे।
इस दौरान उन्होंने नाथूराम गोडसे पर बयान दिया था। त्रिवेंद्र रावत का कहना था कि जहां तक मैंने नाथूराम गोडसे को जाना और पढ़ा है, उसके अनुसार वो एक सच्चे देशभक्त थे, लेकिन महात्मा गांधी की जो हत्या हुई, उससे हम सहमत नहीं हैं। इसके अलावा उन्होंने राहुल गांधी पर भी बयान दिया था।
वहीं, त्रिवेंद्र रावत के बयान पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने तीखा हमला बोला है, हरदा का कहना है कि 'क्या भारतीय जनता पार्टी, गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त मानती है? देश स्पष्टीकरण चाहता है।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने क्रांतिकारियों की धरती पूर्वांचल में गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताकर पूर्वांचल की जनता का अपमान किया है। पूर्वांचल के अपमान के लिए बीजेपी को माफी मांगनी चाहिए।
उत्तराखंड के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत बोले, नाथूराम गोडसे असली देशभक्तकांग्रेस ने बीजेपी को घेराः उत्तराखंड कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी नाथूराम गोडसे के काले इतिहास को एक षड्यंत्र के तहत बदलना चाहती है।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट का कहना है कि बीजेपी के केंद्रीय मंत्रियों से लेकर उनके प्रदेश के नेता और राज्यों के मुख्यमंत्री सभी मिलकर नाथूराम गोडसे को पुनर्स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि साल 2015 में बीजेपी ने देशभक्त नाथूराम गोडसे नाम की एक डॉक्यूमेंट्री जारी की थी।
ऐसे में समुचे दुनिया इस बात को भली-भांति जानती है कि किस प्रकार से नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की निर्मम हत्या की थी, लेकिन बीजेपी गोडसे को महिमामंडित करने और देशभर में गोडसे के मंदिर बनाने का प्रयास कर रही है। इसलिए इस बारे में कोई संदेह नहीं है कि जैसी विचारधारा बीजेपी की है, उसी के अनुरूप बीजेपी के नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं।