Kanwar Yatra 2024 : 22 जुलाई से शुरू होगी कांवड़ यात्रा, सीएम धामी ने तैयारी को लेकर की बैठक
देहरादून (उत्तराखंड): मेले में अत्यधिक भीड़-भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन एवं सीसीटीवी कैमरों से भी नियमित निगरानी रखी जाए। बाइपास और वैकल्पिक मार्गों की जानकारी साइन बोर्ड के माध्यम से कांवड़ यात्रियों को दी जाए।
कांवड़ मेले में पहली बार वाटर एंबुलेंस भी चलाई जाएगी, ताकि जाम में फंसे गंभीर मरीजों को गंगा नदी और गंगनहर के जरिए अस्पताल के नजदीक तक पहुंचाया जा सके। कांवड़ मेले में आने वाले शिव भक्तों पर हेलिकाॅप्टर से पुष्प वर्षा भी की जाएगी।
ये बातें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सीसीआर भवन में कांवड़ यात्रा की आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कही। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कांवड़ मेला शुरू होने से पहले सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं।
ये सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। कहा कि कांवड़ मेला हर वर्ष होता है, इसलिए, स्थायी प्रकृति के कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। सीएम ने दीर्घकालीन विकास की कार्य योजनाओं को कार्य संस्कृति में लाने के निर्देश दिए।
मेले में अत्यधिक भीड़-भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन एवं सीसीटीवी कैमरों से भी नियमित निगरानी रखी जाए। बाइपास और वैकल्पिक मार्गों की जानकारी साइन बोर्ड के माध्यम से कांवड़ यात्रियों को दी जाए। उन्होंने कांवड़ को सकुशल संपन्न कराने के लिए निरंतर पड़ोसी राज्यों से भी समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए।
कहा कि कावड़ यात्रा से पहले कांवड़ पटरी के सौंदर्यीकरण आदि मूलभूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। कांवड़ यात्रा मार्ग पर शौचालयों, स्नान घरों, स्वच्छ पेयजल, यात्री शेड, लाइट, मेडिकल सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यात्रा मार्ग एवं हरिद्वार क्षेत्र में स्थित होटलों ढाबों में भोजन की गुणवत्ता के लिए गुणवत्ता चेकिंग अभियान नियमित चलाया जाए, होटलों और ढाबों में रेट लिस्ट लगाई जाए। साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाए, सफाई का कार्य 24 घंटे संचालित रहे। मेला क्षेत्र में किसी तरह का अतिक्रमण भी न होने दिया जाए।
स्थानीयों की आवाजाही के लिए बनाया जाए बेहतर रूट प्लान
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों को आवाजाही में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े, सड़कों पर यातायात प्रभावित न हो, यातायात प्रबंधन के लिए बेहतर रूट प्लान बनाया जाए। पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था की जाए। दूसरे राज्यों से परस्पर समन्वय बनाकर कॉमन डायवर्जन प्लान बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा में भी विशेष वेरिफिकेशन ड्राइव चलाए जाए, ताकि पहचान छुपा कर आने वाले लोगों पर सख्ती से कार्रवाई हो सके। सुपरविजन के लिए विशेष मजिस्ट्रेट की नियुक्तियां भी की जाएं।
साढ़े पांच करोड़ कांवड़ यात्रियों के आने की संभावना
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि कावड़ मेला अवधि 22 जुलाई से दो अगस्त तक है। इस वर्ष 5.5 करोड़ कांवड़ यात्रियों के हरिद्वार आने की संभावना है। कांवड यात्रा के सुचारू संचालन के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जो 24 घंटे संचालित होगा। यात्रा के सुचारू संचालन के लिए 14 सुपर जोन, 36 जोन एवं 130 सेक्टर बनाए गए हैं। मेले के लिए पांच नोडल अधिकारियों को नामित किया गया है।
ये रहे प्रमुख लोग मौजूद
जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, विधायक आदेश चौहान, प्रदीप बत्रा, ममता राकेश, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगोली, नितेश कुमार झा, सचिन कुर्वे, विनोद कुमार सुमन, डॉ. आर. राजेश कुमार, कमिश्नर गढ़वाल विनय शंकर पांडेय, एडीजी एपी अंशुमान, आईजी गढ़वाल केएस नगन्याल, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोभाल आदि मौजूद रहे।