नैनीताल में बवाल के बाद उदासी, पर्यटक रद्द कर रहे बुकिंग, पर्यटन उद्योग पर संकट

उत्तराखंड का हिल स्टेशन नैनीताल, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए जाना जाता है, हाल ही में एक दुखद घटना के बाद चर्चा में है। एक 12 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म की घटना ने शहर में बवाल मचा दिया। इस घटना के बाद सांप्रदायिक तनाव, प्रदर्शन और तोड़फोड़ ने नैनीताल की शांत वादियों में सन्नाटा पसार दिया है। पर्यटक अपनी बुकिंग रद्द कर रहे हैं, और स्थानीय पर्यटन उद्योग पर गहरा संकट मंडरा रहा है। इस लेख में हम इस घटना के प्रभाव, पर्यटन पर इसके असर और भविष्य की संभावनाओं को विस्तार से समझेंगे।
दुष्कर्म की घटना ने हिलाया नैनीताल
नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र में एक 12 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। आरोपी, 65 वर्षीय मोहम्मद उस्मान, ने कथित तौर पर बच्ची को लालच देकर और डराकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। पीड़िता के परिवार ने मल्लीताल कोतवाली में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा किया, बल्कि नैनीताल की छवि को भी धक्का पहुंचाया। शहर, जो हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है, अब गुस्से और तनाव की चपेट में है।
सड़कों पर गुस्सा, टूटी शांति
घटना की खबर फैलते ही नैनीताल की सड़कों पर गुस्साई भीड़ उमड़ पड़ी। हिंदू संगठनों और स्थानीय निवासियों ने मल्लीताल थाने का घेराव किया और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। कुछ प्रदर्शनकारियों ने दुकानों में तोड़फोड़ की और एक मस्जिद पर पथराव किया, जिससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी बल तैनात किया और धारा 163 (BNSS) लागू कर दी। इन घटनाओं ने नैनीताल की शांत और स्वागत करने वाली छवि को गहरा आघात पहुंचाया। स्थानीय लोग, जो पर्यटन पर निर्भर हैं, अब अपनी आजीविका को लेकर चिंतित हैं।
पर्यटकों का मोहभंग: रद्द हो रही बुकिंग
नैनीताल, जो गर्मियों में पर्यटकों की पहली पसंद होता है, अब एक अनिश्चित दौर से गुजर रहा है। बवाल और तनाव की खबरों के बाद कई पर्यटकों ने अपनी बुकिंग रद्द कर दी है। होटल मालिकों, गेस्ट हाउस संचालकों और स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि मई और जून, जो पर्यटन का पीक सीजन होता है, इस बार सूना रह सकता है। नैनीताल होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में 30% से अधिक बुकिंग रद्द हो चुकी हैं। पर्यटक अब हिमाचल प्रदेश के मनाली और शिमला जैसे वैकल्पिक स्थानों का रुख कर रहे हैं। इस संकट ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को गहरी चोट पहुंचाई है, क्योंकि नैनीताल की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा पर्यटन पर निर्भर है।