Uttarakhand News : टेक्नोलॉजी ला रही है प्रकृति के करीब, बस एक क्लिक कर सुन पाएंगे मनचाहे पक्षी की चहचहाहट

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Uttarakhand News : टेक्नोलॉजी ला रही है प्रकृति के करीब, बस एक क्लिक कर सुन पाएंगे मनचाहे पक्षी की चहचहाहट

bird chirping

Photo Credit: upuklive


देहरादून (उत्तराखंड): नेशनल मिशन फॉर हिमालयन स्टडीज के तहत आईआईटी मंडी की ओर से इस प्रोजेक्ट के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। पक्षियों के लिए काम करने वाले विभाग, संस्थाएं और आम लोग भी स्थानीय पक्षियों की आवाज रिकॉर्ड करके अपलोड कर सकेंगे

अगर आपको पक्षियों की चहचहाहट सुनना पसंद है तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। आपको एक क्लिक में हजारों पक्षियों की मधुर आवाज सुनने को मिल सकेगी। इसके लिए जीबी पंत नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन इन्वायरमेंट अल्मोड़ा में संचालित नेशनल मिशन फॉर हिमालयन स्टडीज के तहत पक्षियों की आवाज का डाटा बैंक बनाया जा रहा है।

नेशनल मिशन फॉर हिमालयन स्टडीज के तहत आईआईटी मंडी की ओर से इस प्रोजेक्ट के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। पक्षियों के लिए काम करने वाले विभाग, संस्थाएं और आम लोग भी स्थानीय पक्षियों की आवाज रिकॉर्ड करके अपलोड कर सकेंगे, जो सॉफ्टवेयर की मदद से पक्षी के नाम, फोटो और तमाम जानकारी के साथ डाटा बैंक में सुरक्षित होती जाएंगी। इनको मिशन की साइट से डाउनलोड करके सुना जा सकेगा।

यहां कर सकेंगे अपलोड नेशनल मिशन फॉर हिमालयन स्टडीज की वेबसाइट पर आप किसी पक्षी की आवाज और फोटो अपलोड कर सकते हैं। इसके लिए वेबसाइट के डाटाबेस में लॉगइन करना होगा, जिसके बाद अपलोड वाले ऑप्शन में जाकर डिटेल और वाइस रिकॉर्डिंग अपलोड करनी होगी। इसके साथ वहां से आप किसी भी पक्षी की आवाज डाउनलोड करके सुन सकेंगे।

सर्वे में काम आएगा डाटा

यह डाटा बैंक जहां पक्षियों की मनपसंद आवाज सुनने के लिए बेहतर विकल्प होगा, वहीं पक्षियों की गणना और उनके सर्वे में भी काम आएगा। कई बार सर्वे में पक्षी दिखाई नहीं देते। केवल जंगलों में उनकी आवाजें सुनाई देती हैं। ऐसे में डाटा बैंक और सॉफ्टवेयर की मदद से उनकी आवाज से पहचान हो सकेगी।

आईआईटी मंडी की मदद से इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया गया था। अब पक्षियों की आवाज का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है, जो आगे उनकी पहचान और एक रिकॉर्ड के रूप में सर्वे और शोध में भी काम आएगा। लोग इससे हजारों पक्षियों की आवाजें सुन सकेंगे। 
एमएस लोधी, वैज्ञानिक एवं नोडल अधिकारी-एनएमएचएस