29 अप्रैल से बदलेगा उत्तराखंड का मौसम, बिजली-गरज के साथ इन जिलों में बरसेगी आफत

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29 अप्रैल से बदलेगा उत्तराखंड का मौसम, बिजली-गरज के साथ इन जिलों में बरसेगी आफत

Uttarakhand Rain Alert

Photo Credit: Uttarakhand Rain Alert


Uttarakhand Weather Update : उत्तराखंड की वादियों में मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। प्रकृति के इस खूबसूरत राज्य में जहां एक तरफ हरियाली और पहाड़ों की शांति मन मोह लेती है, वहीं मौसम का बदलता मिजाज यात्रियों, किसानों और स्थानीय लोगों के लिए नई चुनौतियां और तैयारियां लेकर आता है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए बारिश और ठंड का अलर्ट जारी किया है, जो न केवल स्थानीय लोगों बल्कि चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए भी महत्वपूर्ण है। आइए, इस मौसम के अपडेट को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

मंगलवार से बारिश की शुरुआत

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, सोमवार को उत्तराखंड में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन मंगलवार, 29 अप्रैल से बारिश का सिलसिला शुरू होने वाला है। पहले दिन पिथौरागढ़, चंपावत और नैनीताल जैसे तीन जिलों में बारिश की बौछारें पड़ेंगी। बुधवार को यह सिलसिला और तेज होगा, जब बारिश का दायरा बढ़कर 12 जिलों तक पहुंच जाएगा। केवल हरिद्वार जिला इस दौरान बारिश से अछूता रह सकता है। गुरुवार और शुक्रवार को तो पूरे उत्तराखंड के 13 जिलों में बारिश की संभावना है। मई का पहला दिन भी बारिश के नाम रहेगा, जिससे पूरे राज्य में ठंडक और नमी का माहौल बनेगा।

बारिश के साथ बिजली और बादलों का अलर्ट

मौसम विभाग ने बारिश के साथ-साथ बादल गरजने और बिजली चमकने की चेतावनी भी दी है। खासकर चंपावत और नैनीताल में बुधवार को कई जगहों पर भारी बारिश हो सकती है, जबकि अन्य जिलों में कहीं-कहीं बारिश का अनुमान है। गुरुवार को सात जिलों में हल्की बारिश और छह जिलों में भारी बारिश की संभावना है। शुक्रवार को भी यही स्थिति बनी रहेगी। ऐसे में लोगों को सलाह दी गई है कि वे बारिश और बिजली के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें। किसानों के लिए यह समय अपनी कटी हुई फसलों को सुरक्षित करने का है, ताकि बारिश से नुकसान न हो।

चारधाम यात्रा: ठंड के लिए रहें तैयार

30 अप्रैल से उत्तराखंड की पवित्र चारधाम यात्रा शुरू हो रही है, जो लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था और प्रकृति के संगम का प्रतीक है। लेकिन इस बार यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को ठंड के लिए तैयार रहना होगा। यमुनोत्री धाम में तापमान अधिकतम 7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम -8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। गंगोत्री में अधिकतम 10 डिग्री और न्यूनतम -3 डिग्री सेल्सियस है। केदारनाथ में तापमान 7 डिग्री से -6 डिग्री के बीच है, जबकि बदरीनाथ सबसे ठंडा है, जहां अधिकतम 4 डिग्री और न्यूनतम -8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है। मैदानी इलाकों में जहां गर्मी 30 से 40 डिग्री तक पहुंच रही है, वहीं चारधाम की ठंड एसी से भी ज्यादा कूल महसूस होगी। तीर्थयात्रियों को गर्म कपड़े, रेनकोट और जरूरी सामान साथ रखने की सलाह दी जाती है।

स्थानीय लोगों और यात्रियों के लिए सुझाव

मौसम का यह बदलाव जहां प्रकृति को और हरा-भरा बनाएगा, वहीं कुछ सावधानियां भी जरूरी हैं। बारिश के दौरान पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा रहता है, इसलिए यात्रा के दौरान सतर्क रहें। तीर्थयात्री और स्थानीय लोग मौसम अपडेट्स पर नजर रखें और अनावश्यक जोखिम से बचें। किसानों को सलाह है कि वे अपनी फसलों को बारिश से बचाने के लिए तिरपाल या अन्य सुरक्षित उपाय अपनाएं। साथ ही, बिजली चमकने के दौरान खुले मैदानों से दूर रहें और घरों में शरण लें।