देहरादून में मौसम का मिजाज बदला, चारधाम यात्रा पर बारिश का असर

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. Uttrakhand

देहरादून में मौसम का मिजाज बदला, चारधाम यात्रा पर बारिश का असर

 rain in punjab

Photo Credit: upuklive


उत्तराखंड की राजधानी देहरादून सहित राज्य के कई जिलों में मौसम ने अचानक करवट ली है। हल्की से मध्यम बारिश और ठंडी हवाओं ने गर्मी से राहत दी है, लेकिन चारधाम यात्रा पर इसका खासा असर पड़ा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक मौसम के इसी तरह बने रहने की संभावना जताई है। आइए, इस मौसमी बदलाव और इसके प्रभावों को विस्तार से समझें।

उत्तराखंड में मौसम का नया रंग

पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, और पौड़ी जैसे जिलों में बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय चक्रवाती गतिविधियों के कारण यह बदलाव देखने को मिल रहा है। देहरादून में सुबह से ही बादल छाए रहे, और दोपहर तक हल्की बारिश ने माहौल को सुहाना बना दिया। पहाड़ी इलाकों में भी बारिश और ठंडी हवाओं ने मौसम को और ठंडा कर दिया है। यह बदलाव न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि चारधाम यात्रा पर आए तीर्थयात्रियों के लिए भी महत्वपूर्ण है।

चारधाम यात्रा पर बारिश का प्रभाव

चारधाम यात्रा, जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है, इस बार मौसम की मार झेल रही है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, और यमुनोत्री के रास्तों पर बारिश के कारण यात्रा में कुछ व्यवधान देखने को मिले हैं। कुछ जगहों पर सड़कों पर कीचड़ और फिसलन की स्थिति बनी है, जिससे यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे मौसम की जानकारी लेते रहें और यात्रा के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रुकें। इसके अलावा, यात्रा मार्गों पर राहत और बचाव टीमें तैनात की गई हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।

सुरक्षा और सावधानी: प्रशासन की अपील

मौसम विभाग ने देहरादून और अन्य प्रभावित जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है। कुछ इलाकों में तेज हवाएं और ओलावृष्टि की भी संभावना है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश के दौरान खुले में कम निकलें और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन के खतरे को ध्यान में रखें। तीर्थयात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपने साथ रेनकोट, गर्म कपड़े, और जरूरी सामान रखें। स्थानीय प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा है और हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत सहायता मिल सके।

मौसम का विज्ञान: क्यों हो रहा है यह बदलाव?

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड में बारिश और ठंडी हवाओं का मुख्य कारण है। यह मौसमी सिस्टम हिमालयी क्षेत्रों में सक्रिय होकर बादल और नमी लाता है, जिससे बारिश होती है। इसके साथ ही, स्थानीय स्तर पर चक्रवाती गतिविधियां भी इस बदलाव को बढ़ावा दे रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक यह स्थिति बनी रह सकती है, जिसका असर न केवल उत्तराखंड, बल्कि पड़ोसी राज्यों हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर पर भी पड़ सकता है।