उत्तराखंड में 3 दिनों तक मौसम का कहर! जानें कब और कहां होगी बारिश, येलो अलर्ट जारी
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उत्तराखंड के मौसम ने एक बार फिर करवट लेने का संकेत दिया है। जहां 24 फरवरी को प्रदेश में साफ मौसम और धूप निकलने की संभावना है, वहीं 26 से 28 फरवरी तक मौसम खतरनाक रूप ले सकता है। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण इन तीन दिनों में बारिश, बर्फबारी और येलो अलर्ट जारी किया है। यह स्थिति न केवल पर्वतीय क्षेत्रों बल्कि मैदानी इलाकों के लिए भी चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
24 फरवरी: साफ मौसम का अंतिम दिन
24 फरवरी को उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में साफ मौसम बना रहेगा। दिनभर धूप निकलने से तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है। हालांकि, सुबह और शाम के समय ठंड का असर बरकरार रहेगा। देहरादून जैसे शहरों में अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। यह दिन मौसम के बदलाव से पहले का अंतिम शांत दिन होगा।
26-28 फरवरी: मौसम का खतरनाक दौर
26 फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के साथ ही उत्तराखंड के मौसम में तेजी से बदलाव आएगा। 26 और 27 फरवरी को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ ही ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना है। मौसम विभाग ने इन दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जो सामान्य से अधिक बारिश और बर्फबारी के संकेत देता है।
पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का असर
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों जैसे उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और पिथौरागढ़ में 26-27 फरवरी को बारिश के साथ ही ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है। 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट आएगी, जो पूरे प्रदेश के मौसम पर असर डालेगी।
मैदानी क्षेत्रों में बारिश और ठंड
मैदानी इलाकों में भी 26-28 फरवरी के दौरान बारिश की संभावना है। देहरादून, हरिद्वार और उधम सिंह नगर जैसे जिलों में हल्की बारिश के साथ ठंडी हवाएं चल सकती हैं। यह स्थिति सड़क यातायात को प्रभावित कर सकती है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में भी सावधानी बरतने की सलाह दी है।
मौसम के कारण होने वाली समस्याएं
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से न केवल बारिश और बर्फबारी होगी, बल्कि इससे संबंधित अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और सड़कों के अवरुद्ध होने की संभावना है। बद्रीनाथ हाईवे जैसे मार्गों पर पहले से ही बर्फ जमा होने के कारण आवाजाही बंद है, जिसे बीआरओ की टीम साफ करने में जुटी है।
भूस्खलन और सड़कों के अवरुद्ध होने का खतरा
मौसम विभाग ने संवेदनशील क्षेत्रों में भूस्खलन और सड़कों के अवरुद्ध होने की चेतावनी दी है। विशेष रूप से उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में यह समस्या गंभीर हो सकती है। यात्रियों को इन क्षेत्रों में यात्रा करने से पहले मौसम की जानकारी लेने की सलाह दी जा रही है।
मौसम के बाद की स्थिति
28 फरवरी के बाद मौसम फिर से साफ होने की संभावना है। हालांकि, पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड का असर कुछ दिनों तक बना रह सकता है। मौसम विभाग ने 28 फरवरी से मौसम सामान्य होने का अनुमान जताया है।
नागरिकों के लिए सलाह
मौसम विभाग ने नागरिकों को इन तीन दिनों में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करने से पहले मौसम की जानकारी लेना आवश्यक है। सड़कों पर चालकों को कम दृश्यता के कारण सावधानी से वाहन चलाने की अपील की गई है।